नई दिल्ली/नोएडा: सरकार और किसानों के बीच अब तक आठ दौर की बातचीत हो चुकी है. वहीं नौवें दौर की बैठक 8 जनवरी को होनी है. किसान और सरकार के बीच की अब तक की सभी बैठकें बेनतीजा रही हैं, उनके बीच कोई सहमति नहीं बनी है. इस वजह से किसान लगातार आक्रोशित और उग्र होते जा रहे हैं. इसकी झलख गुरुवार को नोएडा में देखने को मिल सकती है. किसान गुरुवार को नोएडा के महामाया फ्लाईओवर से चिल्ला बॉर्डर तक ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. जिसमें वे रिहर्सल करेंगे कि 26 जनवरी को लाल किले पर किस तरह से ट्रैक्टर परेड की जाए.
गुरुवार को कृषि कानून के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे किसान जगह-जगह ट्रैक्टर परेड करेंगे. वहीं नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने महामाया फ्लाईओवर से लेकर चिल्ला बॉर्डर तक ट्रैक्टर परेड करने की रणनीति बनाई है. परेड करने की रणनीति चिल्ला बॉर्डर पर गोपनीय बैठक कर भानु गुट के पदाधिकारियों ने बनाई है. जिसमें उनके द्वारा करीब 2 से ढाई सौ ट्रैक्टर लाने की बात कही गई है. किसानों का कहना है कि अगर सरकार और किसानों के बीच की सहमति नहीं बनी तो आने वाले समय में लाल किले पर सरकार के विरुद्ध ट्रैक्टर परेड करेंगे.
'ढाई सौ ट्रैक्टर सुबह तक पहुंच जाएंगे'
ट्रैक्टर परेड को लेकर भानु गुट के पदाधिकारियों ने प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक गोपनीय बैठक की. इस बैठक में कितने ट्रैक्टर और कहां कहां से आएंगे, इस पर चर्चा की गई. इस गोपनीय बैठक के संबंध में भानु गुट के किसान नेता योगेंद्र चपराना ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि दो से ढाई सौ ट्रैक्टर महामाया पर गौतमबुद्ध नगर जिले के साथ ही अन्य जिलों से मंगाए गए हैं. ये ट्रैक्टर सुबह तक आ जाएंगे और वहां से चिल्ला बॉर्डर तक परेड निकाली जाएगी. यह परेड एक रिहर्सल के रूप में है, जो आगामी 26 जनवरी को सरकार से सभी वार्ताएं विफल होने के बाद करने की रणनीति का हिस्सा है.