नई दिल्ली/नोएडा: कोविड-19 महामारी को देखते हुए जिले में लॉकडाउन और धारा-144 लागू है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आम जनता को लॉकडाउन के दौरान खाने की समस्या ना हो इसके लिए जिला प्रशासन सूखा राशन और पका हुआ खाना देने का काम कर रहा है, लेकिन वहीं किसी का भी ध्यान उनकी तरफ नहीं जा रहा जो बेजुबान है और भूख लगने पर किसी से अपने मन की बात कह नही सकते.
ऐसे बेजुबानों के लिए ईटीवी भारत ने एक मुहिम चलाई. जिसके तहत सड़कों पर घूमते हुए जानवरों को ब्रेड और बिस्किट खिलाने का काम किया गया.
इस लॉकडाउन के दौरान प्रशासन, नोएडा प्राधिकरण और पुलिस विभाग की ओर से इंसानों के भोजन की व्यवस्था युद्ध स्तर पर की जा रही है. ताकि वो भूखे ना रहें. वहीं बेजुबानों के लिए अभी तक किसी की तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके चलते वो सड़कों और गलियों में इधर-उधर खाने की तलाश में भटकते हुए देखे जा सकते हैं.
ईटीवी भारत की पहल
लॉकडाउन के दौरान जहां बेजुबान जानवरों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा. वहीं ईटीवी भारत ने एक मुहिम चलाकर जब से लॉकडाउन घोषित हुआ तब से लेकर अब तक करीब साढे सात सौ से ज्यादा जानवरों को ब्रेड और बिस्किट खिलाने का काम किया है. इस अभियान में किसी संगठन या प्रशासन से किसी प्रकार की कोई मदद नहीं ली गई है. ना ही किसी व्यक्ति से आर्थिक मदद ली गई है.
आम जनता से अपील
कोविड-19 के दौरान लगाए गए लॉकडाउन में जहां लोग जरूरतमंदों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करने में लगे हुए हैं. वही ईटीवी भारत की तरफ से यह अपील है कि अपने खाने-पीने के साथ ही अगर बेजुबान जानवरों के खाने-पीने की व्यवस्था अगर करें, तो देश में और इस गौतमबुद्ध नगर जिले में उनका भी पेट भरेगा, क्योंकि वो अपनी भूख किसी से कह नहीं सकते.