नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा : नोएडा व ग्रेटर नोएडा में बिजली कटौती से लोगों को जूझना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के सीएमय योगी आदित्यनाथ ने 18 से 22 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की बात कही थी, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते रोजाना 12 से 14 घंटे ही लाइट मिल पा रही है.
लोगों का कहना है कि जैसे ही शाम होती है वैसे ही लाइट चली जाती है. जिसके चलते महिलाओं को घर में खाना बनाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो दूसरी तरफ छात्रों को भी दिक्कत होती है. वही बिजली विभाग का कहना है कि दादरी कस्बे में 4 हजार लोगों पर लगभग 20 करोड़ रुपए का बकाया है.
ग्रेटर नोएडा के लोगों का कहना है कि जब ऑनलाइन क्लास स्टार्ट होती है तो लाइट चली जाती है. जिससे छात्रों को पढ़ाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तरफ रात को लाइट चले जाने के कारण गर्मी में लोगों से दो चार होना पड़ता है. मासूम बच्चों को गर्मी में दिक्कतें हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी बिजली विभाग के अधिकारियों की तरफ से जर्जर तारों को बदला नहीं जाता है. जिसके कारण हर घंटे बिजली की ट्रिप होने से लोग परेशान हैं.
लोगों का कहना है कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें जो बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है. दूसरे कॉलोनी के ट्रांसफार्म से होकर आ रहा है. जिसके चलते आए दिन बिजली के ट्रांसफार्मर की दिक्कत है. बिजली आती रहती है तो कभी बिजली के तार जल जाते हैं. कई बार उन्होंने इसकी शिकायत बिजली विभाग के अधिकारियों से की, लेकिन कभी बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें नोएडा भेज दिया गया. नोएडा से कभी वापस दादरी बिजली सब स्टेशन पर तैनात अधिकारियों के पास भेजा गया, लेकिन आज तक समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ.
बिजली विभाग के आला अधिकारियों का कहना है कि अधिक गर्मी होने की वजह से ओवरलोड होने के कारण कभी तारों में दिक्कत आ जाती है. जिसकी वजह से बिजली का कट किया जा रहा है.
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दादरी बिजली सबस्टेशन कस्बे में 10 हजार रुपए से अधिक बिजली के बिल वाले लगभग 4000 लोग हैं, जिन पर 20 करोड़ रुपए बकाया है. जिसके रिकवरी के लिए प्रशासन को लेटर जारी किया जा चुका है. बकाया बिजली उपभोक्ताओं के पैसे न जमा करने पर उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं.