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नाेएडा सेक्टर पांच और छह के मध्य रोड पर ही बैठ कर क्याें धरना देने लगे किसान

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Published : Sep 25, 2021, 1:54 PM IST

कृषि कानून के विरोध में जहां पिछले कई महीनों से लगातार यूपी गेट पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं दिल्ली से सटे नोएडा में पिछले 25 दिनों से लगातार अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 81 गांव के किसान नोएडा के सेक्टर 5 स्थित हरौला सामुदायिक केंद्र में धरना दिए हुए हैं. धरना सुबह से शाम तक रहता है

नोएडा सेक्टर पांच और सेक्टर छह के मध्य रोड किसानों और पुलिस के बीच झड़प.
नोएडा सेक्टर पांच और सेक्टर छह के मध्य रोड किसानों और पुलिस के बीच झड़प.

नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में पिछले 25 दिनों से 81 गांव के किसान नोएडा के सेक्टर पांच स्थित हरौला सामुदायिक केंद्र में धरना दिए हुए हैं. शुक्रवार काे ये प्रदर्शनकारी उग्र हाे गये. पुलिस से उनकी झड़प भी हुई. सैकड़ों की संख्या में पुरुष और महिलाएं हाथ में झंडा और बैनर लेकर सड़क पर उतर गए.

दरअसल प्रदर्शनकारी नोएडा प्राधिकरण जाना चाह रहे थे. पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. कई लेयर की बैरिकेडिंग की गई थी. पर किसान पुलिस के सभी बैरियर को हटाते हुए आगे बढ़ते गए. जैसे ही सेक्टर पांच और सेक्टर छह के मध्य रोड पहुंचे अधिकारियों ने पीएसी और सिविल पुलिस के जवान लगाकर घेर लिया और आगे बढ़ने नहीं दिया. जिसके चलते वे सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी. किसानों और पुलिस के बीच लंबी जद्दोजहद और नोकझोंक चली.

धरना देते किसान

अधिकारियों के काफी समझाने बुझाने के बाद किसान शांत हुए और वापस समुदायिक केंद्र लाैटे. घंटों चले इस हाई वोल्टेज प्रदर्शन के बाद अधिकारियों ने प्राधिकरण से वार्ता करने की बात कही. पिछले 25 दिनों से 81 गांव के किसानों द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन के संबंध में किसान नेताओं का कहना है कि 45 साल से नोएडा के किसानों का शोषण किया जा रहा है. हमारे किसी भी मांग को आज तक प्राधिकरण ने नहीं माना. ये बातें किसान नेता राजवीर मुखिया ने कहीं. उन्होंने कहा कि जब भी हम अपनी मांगों को लेकर विरोध करते हैं पुलिस हमे पकड़ कर जेल में डाल देती है. आज भी हम प्रदर्शन कर रहे हैं तो हमारा विरोध पुलिस कर रही है और हमें रोकने का काम कर रही है.

ये खबर भी पढ़ेंः नोएडा में ट्रैफिक की नही है समस्या-डीसीपी ट्रैफिक

किसान नेता संजीव चौहान का कहना है कि हमारी चार मांगे हैं. पहली मांग है कि आबादी का निस्तारण होना चाहिए, दूसरी मांग है कि 64 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा मिलनी चाहिए, तीसरी मांग है कि गांव में नक्शा नीति खत्म हो चौथी 10 प्रतिशत का प्लाट हमें भी मिलनी चाहिए. जब तक हमारी चारों मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.

ये खबर भी पढ़ेंः ग्रेटर नोएडा में 12 लाख रुपये की अवैध शराब बरामद, तस्कर फरार

वहीं किसान नेता चंद्रपाल का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा आश्वासन का झुनझुना दिया है. प्राधिकरण हमारी जमीन लेकर हमें कहीं का नहीं छोड़ा है. जो आश्वासन दिया था उसे आज तक पूरा नहीं किया गया. जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी धरना प्रदर्शन इसी तरह से जारी रखेंगे.

नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में पिछले 25 दिनों से 81 गांव के किसान नोएडा के सेक्टर पांच स्थित हरौला सामुदायिक केंद्र में धरना दिए हुए हैं. शुक्रवार काे ये प्रदर्शनकारी उग्र हाे गये. पुलिस से उनकी झड़प भी हुई. सैकड़ों की संख्या में पुरुष और महिलाएं हाथ में झंडा और बैनर लेकर सड़क पर उतर गए.

दरअसल प्रदर्शनकारी नोएडा प्राधिकरण जाना चाह रहे थे. पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. कई लेयर की बैरिकेडिंग की गई थी. पर किसान पुलिस के सभी बैरियर को हटाते हुए आगे बढ़ते गए. जैसे ही सेक्टर पांच और सेक्टर छह के मध्य रोड पहुंचे अधिकारियों ने पीएसी और सिविल पुलिस के जवान लगाकर घेर लिया और आगे बढ़ने नहीं दिया. जिसके चलते वे सड़क पर ही बैठ गए और नारेबाजी शुरू कर दी. किसानों और पुलिस के बीच लंबी जद्दोजहद और नोकझोंक चली.

धरना देते किसान

अधिकारियों के काफी समझाने बुझाने के बाद किसान शांत हुए और वापस समुदायिक केंद्र लाैटे. घंटों चले इस हाई वोल्टेज प्रदर्शन के बाद अधिकारियों ने प्राधिकरण से वार्ता करने की बात कही. पिछले 25 दिनों से 81 गांव के किसानों द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन के संबंध में किसान नेताओं का कहना है कि 45 साल से नोएडा के किसानों का शोषण किया जा रहा है. हमारे किसी भी मांग को आज तक प्राधिकरण ने नहीं माना. ये बातें किसान नेता राजवीर मुखिया ने कहीं. उन्होंने कहा कि जब भी हम अपनी मांगों को लेकर विरोध करते हैं पुलिस हमे पकड़ कर जेल में डाल देती है. आज भी हम प्रदर्शन कर रहे हैं तो हमारा विरोध पुलिस कर रही है और हमें रोकने का काम कर रही है.

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किसान नेता संजीव चौहान का कहना है कि हमारी चार मांगे हैं. पहली मांग है कि आबादी का निस्तारण होना चाहिए, दूसरी मांग है कि 64 प्रतिशत बढ़ा हुआ मुआवजा मिलनी चाहिए, तीसरी मांग है कि गांव में नक्शा नीति खत्म हो चौथी 10 प्रतिशत का प्लाट हमें भी मिलनी चाहिए. जब तक हमारी चारों मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.

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वहीं किसान नेता चंद्रपाल का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा आश्वासन का झुनझुना दिया है. प्राधिकरण हमारी जमीन लेकर हमें कहीं का नहीं छोड़ा है. जो आश्वासन दिया था उसे आज तक पूरा नहीं किया गया. जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी धरना प्रदर्शन इसी तरह से जारी रखेंगे.

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