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रिटायर्ड डीएसपी हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज

नोएडा प्राधिकरण में डीएसपी के पद पर तैनात हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया गया है. मुकदमा भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ ने दर्ज कराया गया है. मामले में अभी तक भदोरिया की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज
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Published : May 18, 2019, 11:40 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा प्राधिकरण में डीएसपी के पद पर तैनात हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया गया है. भदौरिया 2003 से ही विवादों में घिरे रहे हैं.

हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर आए दिन कभी राजनीतिक पार्टी की तरफ से तो कभी समाज सेवी संगठनों की तरफ से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं.

अभी तक नहीं हुई गिरफ्तारी
सरकार बदलते ही हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने रिटायरमेंट ले लिया था. रिटायरमेंट के बाद अब जाकर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ है. मामले में अभी तक हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मुकदमा भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ द्वारा दर्ज कराया गया है.

जाने क्या था मामला
30 मई 1981 को उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की भर्ती हुई थी. आरोप है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने सेवा में आने के बाद 1 जनवरी 2003 से 29 मई 2017 तक अकूत परिसंपत्तियां अर्जित की. उपरोक्त अवधि में हर्षवर्धन सिंह भदोरिया वेतन भत्तों एरियर और बैंक आदि के कुल शुद्ध आय आठ लाख 32 हजार 324 हुई.

हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज

इस अवधि में हर्षवर्धन सिंह द्वारा पारिवारिक भरण-पोषण भूखंड आदि के खरीदने पर करीब 10 करोड़ 63 लाख76 हजार 352 रुपए खर्च किया गया. इसके अतिरिक्त आरोपी के पास और भी परिसंपत्तियां होने की संभावना है. आरोप ये भी है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने इटावा और नोएडा काफी संपत्ति अर्जित की है. जिसे देखते हुए आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया.

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा प्राधिकरण में डीएसपी के पद पर तैनात हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया गया है. भदौरिया 2003 से ही विवादों में घिरे रहे हैं.

हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर आए दिन कभी राजनीतिक पार्टी की तरफ से तो कभी समाज सेवी संगठनों की तरफ से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं.

अभी तक नहीं हुई गिरफ्तारी
सरकार बदलते ही हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने रिटायरमेंट ले लिया था. रिटायरमेंट के बाद अब जाकर उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ है. मामले में अभी तक हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की गिरफ्तारी नहीं हुई है. मुकदमा भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ द्वारा दर्ज कराया गया है.

जाने क्या था मामला
30 मई 1981 को उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की भर्ती हुई थी. आरोप है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने सेवा में आने के बाद 1 जनवरी 2003 से 29 मई 2017 तक अकूत परिसंपत्तियां अर्जित की. उपरोक्त अवधि में हर्षवर्धन सिंह भदोरिया वेतन भत्तों एरियर और बैंक आदि के कुल शुद्ध आय आठ लाख 32 हजार 324 हुई.

हर्षवर्धन सिंह भदौरिया पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज

इस अवधि में हर्षवर्धन सिंह द्वारा पारिवारिक भरण-पोषण भूखंड आदि के खरीदने पर करीब 10 करोड़ 63 लाख76 हजार 352 रुपए खर्च किया गया. इसके अतिरिक्त आरोपी के पास और भी परिसंपत्तियां होने की संभावना है. आरोप ये भी है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने इटावा और नोएडा काफी संपत्ति अर्जित की है. जिसे देखते हुए आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया.

Intro:नोएडा ---
नोएडा प्राधिकरण में पुलिस की यूनिट में पहले इस्पेक्टर और और बाद में डिप्टी एसपी के पद पर तैनात हर्षवर्धन सिंह भदौरिया 2003 से देखा जाए तो विवादों में घिरे रहे आए दिन कभी राजनीतिक पार्टी की तरफ से कभी समाज सेवी संगठनों की तरफ से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं सरकार बदलते ही हर्षवर्धन सिंह भदोरिया ने रिटायरमेंट ले लिया रिटायरमेंट के बाद अब जाकर उनके खिलाफ थाना सेक्टर 49 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ है इस मामले में अभी तक हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की गिरफ्तारी नहीं हुई है यह मुकदमा भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ द्वारा दर्ज कराया गया।


Body:भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ द्वारा नोएडा के थाना सेक्टर 49 में पूर्व डिप्टी एसपी हर्षवर्धन सिंह भदोरिया के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कराया है भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा आरोप लगाया गया है कि 30 मई 1981 को उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक के पद पर हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की भर्ती हुई थी आरोप है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया द्वारा सेवा में आने के बाद 1 जनवरी 2003 से 29 मई 2017 तक अकूत परिसंपत्तियों अर्जित की गई है उपरोक्त अवधि में हर्षवर्धन सिंह भदोरिया वेतन भत्तों एरियर और बैंक आदि के कुल शुद्ध आय आठ लाख 32 हजार 324 हुई ,इस अवधि में हर्षवर्धन सिंह द्वारा पारिवारिक भरण-पोषण भूखंड आदि के खरीदने पर करीब 10 करोड़ 63 लाख76 हजार 352 रुपए खर्च किया गया है ,इस प्रकार हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की कुल देखी जाए तो उससे 9 करोड़ 80 लाख 53 हजार 328 यानी 1178 .09 प्रतिसत अधिक है। इसके अतिरिक्त आरोपी के पास अन्य परिसंपत्तियों होने की संभावना है आरोप ये भी है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया मूल रूप से रहने वाले इटावा के और नोएडा में सेक्टर 47 में रहते हैं जहां इनके द्वारा काफी संपत्ति अर्जित की गई है जिसे देखते हुए आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।


Conclusion:बताया जाता है कि भदोरिया सत्ता में मजबूत पकड़ होने के चलते कभी किसी ने इनके खिलाफ ऊंची आवाज उठाने की हिमाकत नहीं की जिसके चलते इनकी आय से अधिक संपत्ति अर्जित होती चली गई पर 2017 में बताया जाता है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया समय पूरा होने से पहले ही रिटायरमेंट ले लिए ताकि उनके ऊपर और ज्यादा आरोप ना लगे पर हुआ कुछ उल्टा ही की रिटायरमेंट के बाद भ्रष्टाचार का आरोप का आरोप पीछा नही छोड़ा और भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ ने मामला दर्ज करा ही दिया ।इस मामले में अभी तक हर्षवर्धन सिंह भदोरिया की गिरफ्तारी तो नहीं हुई है पर कब गिरफ्तारी होगी और क्या-क्या पूछताछ पुलिस द्वारा की जाएगी यह आने वाला समय ही बताएगा पर इतना जरूर है कि हर्षवर्धन सिंह भदोरिया के पकड़े जाने और पूछताछ में कई लोगों के चौकाने वाले नाम सामने आएंगे!
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