ETV Bharat / city

मोटापा है बीमारियों का 'घर', लॉकडाउन में बढ़े केस, ऐसे करें बचाव - Noida IMA President

लॉकडाउन के दौरान एक रिसर्च में पाया गया है कि ओबेसिटी के मरीजों की संख्या बढ़ी है. ओबेसिटी बीमारी से बचाव के लिए चिकना खाना (दूध, घी, बटर, चीज, तला-भुना), मिठाई, जंक फूड, डब्बा बंद खाने से परहेज करना चाहिए. साथ ही खाना खाने का वक्त निर्धारित करना बेहद जरूरी है.

Cases of obesity increasing in lockdown and work from home
मोटापे से कैसे बचें
author img

By

Published : Sep 18, 2020, 7:25 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में कैद रहे. कोरोना के चलते मल्टीनेशनल कंपनियों, IT सेक्टर की कंपनियों, स्कूल, कॉलेज के टीचर्स सभी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. वर्क फ्रॉम होम कल्चर जरूरी और मजबूरी दोनों बन चुका है ताकि संक्रमण पर ब्रेक लगाई जा सके. हालांकि वर्क फ्रॉम होम के चलते तमाम बीमारियों ने लोगों के जीवन में 'घर' कर लिया है.

नोएडा IMA प्रेसिडेंट और सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एनके शर्मा की ये बातें सुनें और अपनाएं

मानसिक तनाव, फ्रस्ट्रेशन (कुंठा), डिप्रेसिव मूड, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और ओबेसिटी (मोटापा) जैसी बीमारियों मनुष्य को जकड़ रही हैं. इन बीमारियों में से ओबेसिटी ने सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है. दरअसल ओबेसिटी बीमारी कई बीमारियों का जन्म देती है.

ओबेसिटी बीमारी से बचाव

नोएडा IMA प्रेसिडेंट और सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान एक रिसर्च में पाया गया है कि ओबेसिटी के मरीजों की संख्या बढ़ी है. ओबेसिटी बीमारी से बचाव के लिए चिकना खाना (दूध, घी, बटर, चीज, तला-भुना), मिठाई, जंक फूड, डब्बा बंद खाने से परहेज करना चाहिए. साथ ही खाना खाने का वक्त निर्धारित करना बेहद जरूरी है.

एक बार में ज्यादा खाना खाने के बजाय मील्स को कुछ-कुछ टाइम इंटरवल में बाटें. वर्क फ्रॉम होम ने लोगों की दिनचर्या में बदलाव किया है. ऐसे में काम, व्यायाम और विश्राम का वक्त निर्धारित करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा रोजाना योग, एक्सरसाइज करने से मोटापे से बचाव किया जा सकता है.

ओबेसिटी से होने वाली बीमारियां

कहते हैं ओबेसिटी कई बीमारियों को जन्म देती है. ओबेसिटी की वजह से ब्लड प्रेशर, मधुमेह, हृदय रोग, मनो रोग सहित कई अन्य रोग हो सकते हैं. ब्लड प्रेशर की वजह से स्ट्रोक, हार्ट अटैक, ब्रेन हैमरेज जैसी बीमारियों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. मधुमेह की वजह से किडनी फेलियर, आंखों की रोशनी कम होने जैसी बीमारियां होने के चांस बढ़ जाते हैं.

घर पर रह कर क्या करें और क्या न करें

ओबेसिटी बीमारी से बचाव के लिए डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग का इस्तेमाल कम करें और घरों से बाहर निकलें ताकि शरीर एक्टिव रहे. हालांकि उन्होंने इस बात को माना कि कोरोना के चलते लोगों में काफी डर है, जिसकी वजह से वह घरों से नहीं निकल रहे हैं.

डॉक्टर एनके शर्मा ने अपील करते हुए कहा कि मास्क, ग्लब्स और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और घरों से बाहर दैनिक कार्यों के लिए जरूर निकलें ताकि मानसिक तनाव सहित अन्य बीमारियों से बचा जा सके. इसके अलावा उन्होंने लोगों से रोजाना नियमित रूप से एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन करने की अपील की है.

नई दिल्ली/नोएडा: लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में कैद रहे. कोरोना के चलते मल्टीनेशनल कंपनियों, IT सेक्टर की कंपनियों, स्कूल, कॉलेज के टीचर्स सभी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं. वर्क फ्रॉम होम कल्चर जरूरी और मजबूरी दोनों बन चुका है ताकि संक्रमण पर ब्रेक लगाई जा सके. हालांकि वर्क फ्रॉम होम के चलते तमाम बीमारियों ने लोगों के जीवन में 'घर' कर लिया है.

नोएडा IMA प्रेसिडेंट और सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एनके शर्मा की ये बातें सुनें और अपनाएं

मानसिक तनाव, फ्रस्ट्रेशन (कुंठा), डिप्रेसिव मूड, मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और ओबेसिटी (मोटापा) जैसी बीमारियों मनुष्य को जकड़ रही हैं. इन बीमारियों में से ओबेसिटी ने सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है. दरअसल ओबेसिटी बीमारी कई बीमारियों का जन्म देती है.

ओबेसिटी बीमारी से बचाव

नोएडा IMA प्रेसिडेंट और सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान एक रिसर्च में पाया गया है कि ओबेसिटी के मरीजों की संख्या बढ़ी है. ओबेसिटी बीमारी से बचाव के लिए चिकना खाना (दूध, घी, बटर, चीज, तला-भुना), मिठाई, जंक फूड, डब्बा बंद खाने से परहेज करना चाहिए. साथ ही खाना खाने का वक्त निर्धारित करना बेहद जरूरी है.

एक बार में ज्यादा खाना खाने के बजाय मील्स को कुछ-कुछ टाइम इंटरवल में बाटें. वर्क फ्रॉम होम ने लोगों की दिनचर्या में बदलाव किया है. ऐसे में काम, व्यायाम और विश्राम का वक्त निर्धारित करना बहुत जरूरी है. इसके अलावा रोजाना योग, एक्सरसाइज करने से मोटापे से बचाव किया जा सकता है.

ओबेसिटी से होने वाली बीमारियां

कहते हैं ओबेसिटी कई बीमारियों को जन्म देती है. ओबेसिटी की वजह से ब्लड प्रेशर, मधुमेह, हृदय रोग, मनो रोग सहित कई अन्य रोग हो सकते हैं. ब्लड प्रेशर की वजह से स्ट्रोक, हार्ट अटैक, ब्रेन हैमरेज जैसी बीमारियों की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. मधुमेह की वजह से किडनी फेलियर, आंखों की रोशनी कम होने जैसी बीमारियां होने के चांस बढ़ जाते हैं.

घर पर रह कर क्या करें और क्या न करें

ओबेसिटी बीमारी से बचाव के लिए डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन शॉपिंग का इस्तेमाल कम करें और घरों से बाहर निकलें ताकि शरीर एक्टिव रहे. हालांकि उन्होंने इस बात को माना कि कोरोना के चलते लोगों में काफी डर है, जिसकी वजह से वह घरों से नहीं निकल रहे हैं.

डॉक्टर एनके शर्मा ने अपील करते हुए कहा कि मास्क, ग्लब्स और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और घरों से बाहर दैनिक कार्यों के लिए जरूर निकलें ताकि मानसिक तनाव सहित अन्य बीमारियों से बचा जा सके. इसके अलावा उन्होंने लोगों से रोजाना नियमित रूप से एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन करने की अपील की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.