नई दिल्ली/ग्रे.नोएडा: पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए जाने के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया. गौतमबुद्ध नगर और तीन अलग-अलग तहसीलों पर यह विरोध-प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के बाद जिलाध्यक्ष अनित कसाना द्वारा ज्ञापन भी सौंपा गया.
सरकार कर रही व्यापार
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने बयान जारी कर कहा कि आज किसानों पर महंगी बिजली, खाद, रसायन की मार के बाद डीजल की एक ओर मार पड़ी है. उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार डीजल की कीमत पेट्रोल से ऊपर है. 2014 में महंगाई को मुद्दा बनाने वाली भाजपा आज महंगाई पर चुप है. किसानों की फसलों की खरीद नहीं हो पा रही है. किसानों को महंगाई के अनुरूप दाम नहीं मिल पा रहा है. किसानों को सरकार कोई राहत नहीं दे पा रही.
वहीं चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि आज डीजल पर लगभग 50 रुपये की एक्साइज ड्यूटी वसूली जा रही है. सरकार तेल व बिजली पर व्यापार कर रही है. 30 जून को तहसील स्तर पर डीजल मूल्य में वृद्धि, बिजली की बढ़ी दर, वाहनों पर भारी भरकम चालान, किसानों को नलकूप का सामान ना मिलने आदि समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन किया गया.
कहां-कहां हुआ प्रदर्शन
सदर तहसील पर प्रदर्शन का नेतृत्व तहसील अध्यक्ष सुरेंद्र नागर ने किया. इस दौरान राष्ट्रीय सचिव लज्जाराम प्रधान, सुनील प्रधान भी मौजूद रहे. जेवर तहसील पर भोले शंकर के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया. यहां राष्ट्रीय सचिव चौधरी महेंद्र सिंह चौरौली, शमशाद सैफी मौजूद रहे. दादरी तहसील पर प्रदर्शन का नेतृत्व विजय चौधरी ने किया. साथ ही परविंदर अवाना, फिरेराम तोगड़ भी मौजूद रहे. इस मौके पर लज्जाराम प्रधान सुरेंद्र नागर, अनित कसाना, धर्मपाल स्वामी, सुनील प्रधान, संजू गुर्जर, सचिन नागर, लालमन देवी राम, चंद्रपाल बाबूजी, पीतम नागर, अजब सिंह प्रधान, दिनेश, गजेंद्र, रविंद्र भगत, सचिन जैन, लीलू चौधरी, भारत अवाना चौधरी, मुस्तकीम हकीम सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे.