नई दिल्ली/नोएडाः प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को 6 राज्यों के करोड़ों किसानों से सीधा संवाद किया. देश के नौ करोड़ किसानों के खातों में सीधे 18 हजार करोड़ रुपये की राशि पीएम किसान योजना के तहत भेजी है. इन सबके बावजूद बिल के विरोध में बैठे किसान अभी भी अपनी बात पर अड़े हुए हैं. नोएडा के सेक्टर 14 ए चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के किसान अपनी मांगों को लेकर चिल्ला बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
पीएम के संबोधन को झूठ बताया
भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने बताया कि सरकार किसान के विरोध में तीन कृषि बिल लाई और उसके बाद अब कह रही कि अपनी फसल देश में कहीं बेच सकते हैं. उनका कहना है कि किसान से सरकार है, ऐसे में यह नैतिक जिम्मेदारी सरकार की होती है कि फसल तैयार होने के बाद सरकार किसान से फसल खरीदे और उचित मूल्य दें.
उन्होंने कहा कि दिन-रात किसान और किसान का परिवार मेहनत करे और मूल्य निर्धारित प्राइवेट एजेंसी करे, यह होने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि से सरकार ने जब से कृषि बिल लागू किया तब से एमएसपी से कम रेट के ऊपर धान बिकने लगी है. उन्होंने पीएम के संबोधन को झूठ का पुलिंदा बताया है.
'ठगा महसूस कर रहे किसान'
किसान नेता बीसी प्रधान ने कहा कि संबोधन से किसानों को बहुत उम्मीदें थी, लेकिन पीएम उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे. उम्मीद थी कि वह किसानों के हितों में बात करेंगे, लेकिन सिवाय किसानों को बरगलाने के उन्होंने कुछ नहीं किया है. पीएम को नहीं दिखाई दे रहा है कि किसान सड़कों पर बैठा है. किसानों का दुख दर्द नहीं दिखाई दे रहा है और जब तक कृषि बिल वापस नहीं होंगे. लड़ाई जारी रहेगी.
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