नई दिल्ली/नोएडा: यमुना नगर हथिनी कुंड बैराज से रविवार रात 8 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा का जलस्तर बढ़ने लगा है. जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ के हालात बन गए है.
इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इसके साथ-साथ बाढ़ नियंत्रण चौकियां व रेस्क्यू टीम भी लगा दी गई है. वहीं एनडीआरएफ समेत अन्य एजेंसियों को अलर्ट रहने के लिए कहा है.
8 लाख क्यूसेक छोड़ा गया पानी
नोएडा से टकराती यमुना नदी की लहरें संकेत दे रही है कि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. लेकिन, यह जलस्तर काफी नीचे है इसका कारण है कि रविवार देर रात तक हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया 8 लाख क्यूसेक पानी अभी यहां तक नहीं पहुंचा है. पानी के पहुंचने से हालात भयानक हो सकते हैं, क्योंकि यमुना नदी का पानी पहले से उफान पर है. अगले 48 से 72 घंटों में जलस्तर बढ़ने से खतरा बना हुआ है.
हो सकते हैं कई गांव प्रभावित
बाढ़ आने से नोएडा क्षेत्र सेक्टर 150 याकूबपुर, कुलेसरा समेत नोएडा, ग्रेटर नोएडा के करीब 52 गांव चपेट में आ सकते हैं. इसी के साथ जेवर के 25 गांव बाढ़ से प्रभावित हो सकते हैं.
समस्या से निपटने के लिए सुरक्षा के चाक चौबंद
जिलाधिकारी एमएन उपाध्याय ने बताया कि अभी जलस्तर खतरे से नीचे है, 48 से 72 घंटे में हथिनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी की यहां पहुंचने की संभावना है. इस पानी से होने वाले नुकसान से निपटने के लिए 12 बाढ़ नियंत्रण चौकियां स्थापित कर दी गई हैं. एक बाढ़ चौकी अधिकारी तैनात करने के लिए सूची जारी कर दी गई है.
सभी बांध को चेक कराया जा रहा है
सभी बांधों को चेक कराया जा रहा है. यदि कहीं दिक्कत हुई तो उसे ठीक कराया जाएगा सभी गांव में अलर्ट जारी किया गया है. वहीं स्थानीय लोग भी बाढ़ आने की संभावना को लेकर चिंतित हैं.