नई दिल्ली/नोएडाः कोविड-19 महामारी की आड़ में देखा जाए, तो तमाम ऐसे गोरख-धंधे लोगों द्वारा चलाए जा रहे हैं, जिनका पुलिस लगातार खुलासा करने में लगी हुई है. ऐसा ही एक मामला नोएडा के थाना सेक्टर-20 में सामने आया है. यहां एक बुजुर्ग और एक युवक सेक्टर-दो स्थित स्टेट बैंक में वृद्ध महिला का पति और पुत्र बनकर गए. वहां महिला को कोरोना पॉजिटिव बताकर उनके एकाउंट में दर्ज मोबाइल नंबर को चेंज कराया. इसके बाद एकाउंट से नेट बैंकिंग के माध्यम से 44 लाख रुपये निकाल लिए. मामले की जानकारी होने पर महिला ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने जांच करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से करीब 19 लाख रुपये, फर्जी आधार कार्ड और घटना में प्रयोग की गई कार सहित अन्य सामान बरामद किया गया है.
पकड़े गये आरोपियों की पहचान दिल्ली के नरेला निवासी पवन, हरियाणा के रोहतक निवासी सतीश, दिल्ली के हरिनगर निवासी तरूण महाजन, गाजियाबाद के विकास शर्मा, फरीदाबाद के करण तनेजा, अलीगढ़ के रजनीश यादव और हिमाचल के सचिन के तौर हुई है. इनके कब्जे से 18,96,000 रुपये नगद, 4 फर्जी आधार कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, 10 मोबाइल फोन और घटना मे प्रयुक्त आई-20 कार को बरामद किया गया है.
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पुलिस टीम को किया गया पुरस्कृत
नोएडा के डीसीपी राजेश यस ने बताया कि पकड़े गए सभी आरोपी शातिर किस्म के हैं. इनका मास्टरमाइंड करण तनेजा है. वह पूर्व में तीन बार जेल जा चुका है. इसके ऊपर करीब 5 मुकदमे पहले से दर्ज हैं. इस गैंग द्वारा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में की गई ठगी के बारे में जानकारी ली जा रही है. सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस टीम को 25 हजार रुपये से पुरस्कृत किया गया है.