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जल संरक्षण को लेकर नूंह में हुआ वर्कशॉप का आयोजन, आईजी हरियाणा भी पहुंचे

मंगलवार को मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज में जल संरक्षण को लेकर वर्कशॉप का आयोजन हुआ. इसमें लोगों को जल संरक्षण को लेकर जागरूक किया गया.

Workshop organized on water conservation
वर्कशॉप का आयोजन
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Published : Dec 3, 2019, 10:58 PM IST

नई दिल्ली/नूंह: मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज पल्ला में हरहेड़ा गुरुग्राम की तरफ से जल संरक्षण को लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस वर्कशॉप में आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डॉ. हनीफ कुरैशी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकात की.

नूंह में हुआ वर्कशॉप का आयोजन

'जल ही जीवन है, जल है तो कल है'
उन्होंने छात्राओं और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है. उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है. आज जो जल का संकट देखने को मिल रहा है अगल जल की बर्बादी इसी प्रकार होती रही तो आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी समस्या जल की होगी.

'जल का संरक्षण बहुत जरूरी है'
उन्होने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल का संरक्षण बहुत जरूरी है, इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम सभी मिलकर इस बात पर चिंतन करें कि जल का सरंक्षण किस प्रकार किया जाए. ताकि आने वाले समय में जल की समस्या न बढ़ने पाए.

उन्होंने कहा कि मेवात के इस क्षेत्र में पीने के पानी समस्या पहले ही है. इस समस्या से निपटने के लिए जल का सरंक्षण करें. उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो पुस्तकों में ये बात पढ़ने को मिलती थी कि जहां अधिक वन होते हैं वहां वर्षा अधिक होती है, इसलिए हमें ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए.

एम.डी.यू. रोहतक के डीन डॉ. युद्घवीर सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि वो जल बचाने में अपना महत्तपूर्ण योगदान दें. उन्होंने कहा कि बिजली का प्रयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुसार करते हैं तो हमारा बिल ठीक आएगा, अगर बिजली लगातार जलती रहेगी तो बिल भी अधिक आएगा और बिजली की समस्या भी बढे़गी.

नई दिल्ली/नूंह: मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज पल्ला में हरहेड़ा गुरुग्राम की तरफ से जल संरक्षण को लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस वर्कशॉप में आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डॉ. हनीफ कुरैशी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकात की.

नूंह में हुआ वर्कशॉप का आयोजन

'जल ही जीवन है, जल है तो कल है'
उन्होंने छात्राओं और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है. उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है. आज जो जल का संकट देखने को मिल रहा है अगल जल की बर्बादी इसी प्रकार होती रही तो आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी समस्या जल की होगी.

'जल का संरक्षण बहुत जरूरी है'
उन्होने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल का संरक्षण बहुत जरूरी है, इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम सभी मिलकर इस बात पर चिंतन करें कि जल का सरंक्षण किस प्रकार किया जाए. ताकि आने वाले समय में जल की समस्या न बढ़ने पाए.

उन्होंने कहा कि मेवात के इस क्षेत्र में पीने के पानी समस्या पहले ही है. इस समस्या से निपटने के लिए जल का सरंक्षण करें. उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो पुस्तकों में ये बात पढ़ने को मिलती थी कि जहां अधिक वन होते हैं वहां वर्षा अधिक होती है, इसलिए हमें ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए.

एम.डी.यू. रोहतक के डीन डॉ. युद्घवीर सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि वो जल बचाने में अपना महत्तपूर्ण योगदान दें. उन्होंने कहा कि बिजली का प्रयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुसार करते हैं तो हमारा बिल ठीक आएगा, अगर बिजली लगातार जलती रहेगी तो बिल भी अधिक आएगा और बिजली की समस्या भी बढे़गी.

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- मेवात इंजिनरिंग कालेज पल्ला में हरहेड़ा गुरुग्राम की तरफ से जल संरक्षण को लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डा. हनीफ कुरैशी ने बतौर मुख्यतिथि कार्यक्रम में शिरकात की। उन्होंने छात्राओं व लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है। उन्होंने कहा कि जल कि बिना जीवन संभव नही है। आज जो जल का संकट देखने को मिल रहा है यदि जल की बर्बादी इसी प्रकार होती रही तो आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी समस्या जल की होगी। उन्होने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल का संरक्षण बहुत जरुरी है, इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम सभी मिलकर इस बात पर चिंतन करे कि जल का सरंक्षण किस प्रकार किया जाए। ताकि आने वाले समय में जल की समस्या न बढने पाए।
उन्होंने कहा कि मेवात के इस क्षेत्र में पीने के पानी समस्या पहले ही है। अत: इस समस्या से निपटने के लिए जल का सरंक्षण करे। उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो पुस्ताको में यह बात पढने को मिलती थी कि जहां अधिक वन होते है वहां वर्षा अधिक होती है, इसलिए हमें ज्यादा से पेड लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जल के सरंक्षण के लिए वर्षा के पानी को बेकार बहने न देने दिया जाए इस पानी का संचेय किया जाए,तथा पानी के रिचार्ज के साधनों को अपनाया जाए ताकि भूमि का जल स्तर बढ सकें।
एम.डी.यू. रोहतक के डीन डा. युद्घवीर सिंह ने लोगों से आह्वïान किया वे जल बचाने में अपना महत्तपूर्ण योगदान दे। उन्होंने कहा कि जितना पानी जरुरी है उससे कम पानी खर्च करने की आदत डाले ताकि पानी की बचत हो सकें। उन्होंने कहा कि बिजली का प्रयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुसार करते है तो हमारा बिल ठीक आएगा यदि बिजली लगातार जलती रहेगी तो बिल भी अधिक आएगा और बिजली की समस्या भी बढेगी। इसलिए बचत करने से दोनो की चीजे बचेगी। उन्होंने कालेज के छात्रों व अन्य लोगों से कहा कि जहां कही भी आप पानी की बर्बादी हो रही हो तो उसे आपको रोकना होगा। उन्होंने कहा कि यह हम सभी का कत्र्वय बनता है कि हम सब हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही जल सरंक्षण स्कीम का हिस्सा बने। उन्होने बताया कि मेवात में कई स्थानों में पानी में नमक की मात्रा काफी ज्यादा है। इसलिए यह पानी पीने के योग्य नही है अत: ऐसे क्षेत्रो में जल संरक्षण करना बहुत जरुरी है, ताकि वहां लोगों को पीने का मिठा पानी मिल सकें। वर्कशॉप के बाद आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डा. हनीफ कुरैशी ने कालेज की दीवारों पर चस्पा की गई जलसरंक्षण की पेंटिग का अवलोकन किया और कालेज के छात्रों का हौसला अफजाए किया।

बाइट ;- डा. हनीफ कुरैशी , आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- मेवात इंजिनरिंग कालेज पल्ला में हरहेड़ा गुरुग्राम की तरफ से जल संरक्षण को लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डा. हनीफ कुरैशी ने बतौर मुख्यतिथि कार्यक्रम में शिरकात की। उन्होंने छात्राओं व लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है। उन्होंने कहा कि जल कि बिना जीवन संभव नही है। आज जो जल का संकट देखने को मिल रहा है यदि जल की बर्बादी इसी प्रकार होती रही तो आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी समस्या जल की होगी। उन्होने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल का संरक्षण बहुत जरुरी है, इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम सभी मिलकर इस बात पर चिंतन करे कि जल का सरंक्षण किस प्रकार किया जाए। ताकि आने वाले समय में जल की समस्या न बढने पाए।
उन्होंने कहा कि मेवात के इस क्षेत्र में पीने के पानी समस्या पहले ही है। अत: इस समस्या से निपटने के लिए जल का सरंक्षण करे। उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो पुस्ताको में यह बात पढने को मिलती थी कि जहां अधिक वन होते है वहां वर्षा अधिक होती है, इसलिए हमें ज्यादा से पेड लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जल के सरंक्षण के लिए वर्षा के पानी को बेकार बहने न देने दिया जाए इस पानी का संचेय किया जाए,तथा पानी के रिचार्ज के साधनों को अपनाया जाए ताकि भूमि का जल स्तर बढ सकें।
एम.डी.यू. रोहतक के डीन डा. युद्घवीर सिंह ने लोगों से आह्वïान किया वे जल बचाने में अपना महत्तपूर्ण योगदान दे। उन्होंने कहा कि जितना पानी जरुरी है उससे कम पानी खर्च करने की आदत डाले ताकि पानी की बचत हो सकें। उन्होंने कहा कि बिजली का प्रयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुसार करते है तो हमारा बिल ठीक आएगा यदि बिजली लगातार जलती रहेगी तो बिल भी अधिक आएगा और बिजली की समस्या भी बढेगी। इसलिए बचत करने से दोनो की चीजे बचेगी। उन्होंने कालेज के छात्रों व अन्य लोगों से कहा कि जहां कही भी आप पानी की बर्बादी हो रही हो तो उसे आपको रोकना होगा। उन्होंने कहा कि यह हम सभी का कत्र्वय बनता है कि हम सब हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही जल सरंक्षण स्कीम का हिस्सा बने। उन्होने बताया कि मेवात में कई स्थानों में पानी में नमक की मात्रा काफी ज्यादा है। इसलिए यह पानी पीने के योग्य नही है अत: ऐसे क्षेत्रो में जल संरक्षण करना बहुत जरुरी है, ताकि वहां लोगों को पीने का मिठा पानी मिल सकें। वर्कशॉप के बाद आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डा. हनीफ कुरैशी ने कालेज की दीवारों पर चस्पा की गई जलसरंक्षण की पेंटिग का अवलोकन किया और कालेज के छात्रों का हौसला अफजाए किया।

बाइट ;- डा. हनीफ कुरैशी , आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- मेवात इंजिनरिंग कालेज पल्ला में हरहेड़ा गुरुग्राम की तरफ से जल संरक्षण को लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डा. हनीफ कुरैशी ने बतौर मुख्यतिथि कार्यक्रम में शिरकात की। उन्होंने छात्राओं व लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है। उन्होंने कहा कि जल कि बिना जीवन संभव नही है। आज जो जल का संकट देखने को मिल रहा है यदि जल की बर्बादी इसी प्रकार होती रही तो आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी समस्या जल की होगी। उन्होने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल का संरक्षण बहुत जरुरी है, इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम सभी मिलकर इस बात पर चिंतन करे कि जल का सरंक्षण किस प्रकार किया जाए। ताकि आने वाले समय में जल की समस्या न बढने पाए।
उन्होंने कहा कि मेवात के इस क्षेत्र में पीने के पानी समस्या पहले ही है। अत: इस समस्या से निपटने के लिए जल का सरंक्षण करे। उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो पुस्ताको में यह बात पढने को मिलती थी कि जहां अधिक वन होते है वहां वर्षा अधिक होती है, इसलिए हमें ज्यादा से पेड लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जल के सरंक्षण के लिए वर्षा के पानी को बेकार बहने न देने दिया जाए इस पानी का संचेय किया जाए,तथा पानी के रिचार्ज के साधनों को अपनाया जाए ताकि भूमि का जल स्तर बढ सकें।
एम.डी.यू. रोहतक के डीन डा. युद्घवीर सिंह ने लोगों से आह्वïान किया वे जल बचाने में अपना महत्तपूर्ण योगदान दे। उन्होंने कहा कि जितना पानी जरुरी है उससे कम पानी खर्च करने की आदत डाले ताकि पानी की बचत हो सकें। उन्होंने कहा कि बिजली का प्रयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुसार करते है तो हमारा बिल ठीक आएगा यदि बिजली लगातार जलती रहेगी तो बिल भी अधिक आएगा और बिजली की समस्या भी बढेगी। इसलिए बचत करने से दोनो की चीजे बचेगी। उन्होंने कालेज के छात्रों व अन्य लोगों से कहा कि जहां कही भी आप पानी की बर्बादी हो रही हो तो उसे आपको रोकना होगा। उन्होंने कहा कि यह हम सभी का कत्र्वय बनता है कि हम सब हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही जल सरंक्षण स्कीम का हिस्सा बने। उन्होने बताया कि मेवात में कई स्थानों में पानी में नमक की मात्रा काफी ज्यादा है। इसलिए यह पानी पीने के योग्य नही है अत: ऐसे क्षेत्रो में जल संरक्षण करना बहुत जरुरी है, ताकि वहां लोगों को पीने का मिठा पानी मिल सकें। वर्कशॉप के बाद आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डा. हनीफ कुरैशी ने कालेज की दीवारों पर चस्पा की गई जलसरंक्षण की पेंटिग का अवलोकन किया और कालेज के छात्रों का हौसला अफजाए किया।

बाइट ;- डा. हनीफ कुरैशी , आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड

संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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