नई दिल्ली/नूंह: मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज पल्ला में हरहेड़ा गुरुग्राम की तरफ से जल संरक्षण को लेकर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस वर्कशॉप में आई.जी. हरियाणा कम सीईओ वक्फ बोर्ड डॉ. हनीफ कुरैशी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शिरकात की.
'जल ही जीवन है, जल है तो कल है'
उन्होंने छात्राओं और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जल ही जीवन है, जल है तो कल है. उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है. आज जो जल का संकट देखने को मिल रहा है अगल जल की बर्बादी इसी प्रकार होती रही तो आने वाली पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी समस्या जल की होगी.
'जल का संरक्षण बहुत जरूरी है'
उन्होने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल का संरक्षण बहुत जरूरी है, इसलिए हम सभी को चाहिए कि हम सभी मिलकर इस बात पर चिंतन करें कि जल का सरंक्षण किस प्रकार किया जाए. ताकि आने वाले समय में जल की समस्या न बढ़ने पाए.
उन्होंने कहा कि मेवात के इस क्षेत्र में पीने के पानी समस्या पहले ही है. इस समस्या से निपटने के लिए जल का सरंक्षण करें. उन्होंने कहा कि जब हम छोटे थे तो पुस्तकों में ये बात पढ़ने को मिलती थी कि जहां अधिक वन होते हैं वहां वर्षा अधिक होती है, इसलिए हमें ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए.
एम.डी.यू. रोहतक के डीन डॉ. युद्घवीर सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि वो जल बचाने में अपना महत्तपूर्ण योगदान दें. उन्होंने कहा कि बिजली का प्रयोग हम अपनी आवश्यकता के अनुसार करते हैं तो हमारा बिल ठीक आएगा, अगर बिजली लगातार जलती रहेगी तो बिल भी अधिक आएगा और बिजली की समस्या भी बढे़गी.