नई दिल्ली/नूंह: पुन्हाना के मोक्ष धाम आश्रम के महंत के साथ हुई मारपीट का मामला सुलझने के बजाए उलझता ही जा रहा है. दो पक्षों के बीच इस मामले को अब जाति विवाद का रूप दिया जा रहा है. पुलिस ने इस संदर्भ में अब तक दो एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन शिकायतों का दौर अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है.
अब पुलिस ने महंत रामदास सहित 36 नामजद और सौ-सवा सौ लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है. दरअसल बीते रोज पुन्हाना शहर के सैकड़ों लोगों ने इकट्ठे होकर शहर में प्रदर्शन करते हुए पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद अब पुलिस ने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर केस दर्ज किया है.
क्या था मामला ?
बता दें कि 29 अप्रैल को महंत रामदास जमालगढ़ रोड पर एक पान की दुकान पर पान लेने गए थे. आरोप है कि उसी दौरान नींबू बेच रहे एक व्यक्ति ने महंत पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी और वहां पर इकट्ठे हुए कुछ लोगों ने महंत की पिटाई कर दी और कपड़े भी फाड़ दिए. इसके बाद बात शहर में आग की तरह फैली और वहां भीड़ जुटने लगी. सिटी पुलिस चौकी ने नींबू बेच रहे दुकानदार का सामान उठाकर अपने कब्जे में ले लिया, लेकिन तब तक हमला करने वाले लोग वहां से भाग गए.
महंत रामदास की शिकायत पर दो नामजद और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जिन लोगों को मुकदमे में नामजद किया गया है वो पड़ोसी गांव लहरवाड़ी के रहने वाले हैं. मुकदमे में नामजद व्यक्ति ने बताया कि उसने संत की पिटाई नहीं की बल्कि संत के साथ आए कुछ लोगों और संत ने उस पर हमला किया. उसके साथ मारपीट की गई.