नई दिल्ली: दिल्ली की नई सरकार बन चुकी है. रेखा गुप्ता ने गुरूवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री की शपथ ले ली. रेखा गुप्ता कैबिनेट में प्रवेश वर्मा को जगह मिली है. प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया था. इसके बाद से उनके सीएम बनने की अटकलें तेज हो गई थी इसलिए प्रवेश वर्मा सीएम पद के प्रबल दावेदार थे लेकिन उन्हें पार्टी ने दिल्ली सरकार में मंत्री पद दिया है.
प्रवेश वर्मा का दिल्ली चुनाव जीताने में अहम योगदान : प्रवेश वर्मा ने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हराकर दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर कियाा. वर्मा ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कड़े मुकाबले में हराया था.
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प्रवेश वर्मा जाट समुदाय से हैं. वह दिल्ली बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं. इनके पिता डॉ. साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. प्रवेश वर्मा ने दिल्ली चुनाव 2025 में अरविंद केजरीवाल को 4089 वोटों से हराया. इससे पहले वह 2013-2014 में महरौली विधानसभा से भी विधायक रहे हैं.
प्रवेश वर्मा की कम उम्र में ही राजनीति में हो गई एंट्री : दिल्ली में जन्मे वर्मा ने कम उम्र में ही राजनीति में कदम रख दिया था. 1991 में बाल स्वयंसेवक के तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए थे. बाद में वह बीजेपी युवा मोर्चा में शामिल हो गए. फिर इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने. फिर दिल्ली प्रदेश भाजपा के महासचिव के तौर पर काम किया.
वर्मा 2013 के विधानसभा चुनावों में महरौली सीट से विधायक चुने गए थे. 2015 में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली सीट से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव जीता. वर्ष 2019 में उन्होंने फिर से पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और कई लाख मतों से ज्यादा के अंतर से जीत हासिल की.
प्रवेश वर्मा ने आज तक कोई चुनाव नहीं हारा. जब वह पहली बार विधायक चुने गए तो महज एक साल के अंदर ही उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट दिया गया. साल 2014 में उन्होंने बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते भी. 2019 में भी वह दोबारा सांसद चुने गए. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दी गई थी. इसका कारण भी यही था कि बीजेपी उन्हें दिल्ली में बड़ी जिम्मेदारी देने का फैसला पहले ही कर चुकी थी.
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