नई दिल्ली/नूंह: हरियाणा के सबसे पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले नूंह में भीख मांगने वाले बच्चों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. भीख मांगने वाले बच्चों की संख्या से ना केवल आमजन परेशान हैं, बल्कि बच्चों के लिए काम कर रही चेतनालय संस्था की संचालक एनी सिस्टर भी चिंतित है.
एनी सिस्टर ने कहा कि 2 सप्ताह से भीख मांगने वाले बच्चों को लेकर हमने अभियान चलाया हुआ है. उन्होंने कहा कि अब तक 20 भीख मांगने वाले लोगों को रेस्क्यू किया गया है.
एनी सिस्टर ने खास बातचीत के दौरान कहा कि भीख मांगने वाले छोटे -छोटे बच्चे हैं. जिन्हें बाल गृह में भी नहीं भेज सकते. उन्होंने कहा कि माता-पिता को ऐसे बच्चों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. एनजीओ संचालिका का कहना है कि भीख मांगने की वजह से बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है, लेकिन उनके माता-पिता को इनकी कोई परवाह नहीं है.