नई दिल्ली/नूंह: नगीना दफ्तर ने बिजली विभाग के आला अधिकारियों को इस बारे में कई बार अवगत कराया. लेकिन अभी तक भवन की सुध नहीं ली गई. वहीं इसके अलावा गुरुगाम-अलवर राजमार्ग से दफ्तर तक जाने वाली सड़क की हालत भी बेहद खराब है.
इस मार्ग से न केवल बिजली कर्मियों बल्कि बिजली दफ्तर आने वाले उपभोगताओं को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई साल से आम आदमी से लेकर बिजली कर्मचारी भी दफ्तर की हालत से लेकर सड़क की हालत बदलने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन भवन विंग का काम देखने वाले हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के अधिकारी गहरी नींद में सोये हुए हैं और किसी हादसे का इंतजार कर रहे हैं.
बिजली विभाग नगीना कर्मचारियों ने कहा कि कई बार अधिकारियों को इस बारे में लिखा गया. इतना ही नहीं बिजली यूनियन के बैनर तले कई बार इस जर्जर भवन की आवाज उठाई गई लेकिन आज तक भी कोई अमल नहीं हुआ. अब आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि ऐसे माहौल में बेहतर काम की उम्मीद कैसे की जा सकती है.
बता दें कि इस बिजली दफ्तर में 112 गांव लगते हैं और करीब 50 से अधिक नगीना बिजली विभाग में कर्मचारी-अधिकारी काम करते हैं. बिजली कर्मचारियों को दफ्तर में काम करने से डर लगता है. एक साल से नगीना दफ्तर का ठेकेदार द्वारा रिपेयरिंग कार्य कराया जा रहा था लेकिन वह भी ठेकेदार कि लापरवाही के चलते अधर में लटका हुआ है.
नगीना बिजली निगम के एसडीओ समीम अहमद के मुताबिक दफ्तर रिपेयरिंग कार्य को करवाने के लिए कई बार फोन से संपर्क किया गया, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से कार्य एक साल से अधर में लटका हुआ है जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों को भेज दी है. उम्मीद है जल्दी ही भवन की सुविधा कर्मचारियों को मिलेगी.