नई दिल्ली/गुरुग्राम: जिले में मानेसर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (Manesar Industrial Association) ने कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों (children orphaned due to corona) को ध्यान में रखते हुए एक सराहनीय फैसला किया है. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में काफी बच्चों ने अपने मां-बाप को खो दिया है. गुरुग्राम के उद्योगपति उन बच्चों का खर्च उठाएंगे जिन्होंने बीते एक साल में अपने मां-बाप को खोया है.
मानेसर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (Manesar Industrial Association)ने फैसला किया है कि अनाथ बच्चों का कक्षा 12 तक का स्कूल का पूरा खर्च वहन किया जाएगा. जिससे बच्चों को स्कूल की फीस भरने में कोई परेशानी ना उठानी पड़े. एएसके ऑटोमोटिव के चेयरमैन कुलदीप सिंह राठी ने इस मुहिम की पहल करते हुए अरनव नाम के एक बच्चे को गोद लिया है.
बता दें कि अरनव ने कोविड की दूसरी लहर में अपने पिता को खो दिया. अब अरनव के परिवार की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वह स्कूल की फीस भर सके. अरनव कक्षा 7 में पढ़ता है. कुलदीप सिंह राठी ने अरनव की कक्षा 12 तक की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है.
ये भी पढ़ेंः-सीपी ने कोविड के मामलों का जायजा लिया, अनाथ हुए बच्चों के पुनर्वास के निर्देश दिए
मानेसर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट पवन यादव ने बताया कि हमने एक नया मिशन शुरू किया है. जिसमें गुरुग्राम शहर में जितने भी बच्चे हैं, जो अपने माता-पिता को खोने के बाद स्कूल की फीस भरने में सक्षम नहीं हैं. ऐसे सभी बच्चों की पढ़ाई का खर्च हमारी एसोसिएशन उठाएगी.