नई दिल्ली/गुरुग्राम: जिले में लिंगानुपात के आंकड़ों को सुधारने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग की टीम में नई मुहिम की शुरुआत की है. स्वास्थ्य विभाग की टीम पंचायतों के जरिए गांव के लोगों को जागरूक करेगी और सरकार की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ मुहिम को सफल करेगी.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम को अब गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नया रंग देना शुरू कर दिया है. हेल्थ विभाग की टीम अब गांव के लोगों के पंचायतों के मेंबर और सरपंचों के जरिए लिंगानुपात के प्रति जागरूक करेगी.
इसके लिए तमाम पंचायतों के प्रतिनिधियों से स्वास्थ्य विभाग की टीम मीटिंग कर चुकी है और अब गांव के लोगों को पंचायतों के जरिए समझाने की कोशिश की जाएगी कि बेटी और बेटे में कोई अंतर नहीं है.
हेल्थ विभाग की टीम ने लिया पंचायतों का सहारा
गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की टीम की माने तो गुरुग्राम में पिछले 5 सालों में लोगों को जागरूक करने के बाद आंकड़ों में पहली बार सुधार देखने को मिला है. पहले गुरुग्राम का जो आंकड़ा 850 से 890 होता था तो 2019 में वह आंकड़ा 915 तक पहुंच गया है. इस आंकड़े को 100% करने के लिए अब हेल्थ विभाग की टीम ने पंचायतों का सहारा लिया है ताकि गांव में भी उस आंकड़े को 100% किया जा सके.
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो गुरुग्राम में लिंगानुपात के 100% करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम में जहां काम कर रही है तो वहीं पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग और दूसरे विभागों की मदद ली जा रही है ताकि पानीपत की चौथी लड़ाई को हेल्थ विभाग पूरी तरह से जी सकें.