नई दिल्ली/गुरुग्रामः सोहना-गुरुग्राम रोड पर बने के.आर. मंगलम विश्वविद्यालय में स्पेक्ट्रम ऑफ अपॉर्चुनिटीज इन मैनेजमेंट एंड लीगल एरा विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया.
इस सम्मेलन में प्रौद्योगिकी, नवाचार और मानवता के बीच एक कड़ी बनाकर, एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने को लेकर प्रकृति और मानव जाति के मध्य उपज रहे परस्पर विरोधी हित-मूल्यों का समग्रता के साथ समाधान पर विचार व्यक्त किए गए.
जापान से के.आर मंगलम यूनिवर्सिटी पहुची नूपुर तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि स्वयं-उपचार-ध्यान तरीके से जीवन में शांति, स्थिरता और सफलता प्राप्त की जा सकती है. हमें अपने आप को बदल कर दूसरों की सोच को बदलना चाहिए. कभी भी किसी के प्रति द्वेष भावना नहीं रखनी चाहिए.
वहीं इस मौके पर नवाचार और आविष्कार के अति-सूक्ष्म अंतर को समझाते हुए, आधुनिक औद्योगिक और उत्पादन तंत्र के साथ-साथ विश्व की उभरती हुई नई अर्थव्यवस्थाओं में नवाचारों के उपयोग पर अपने गंभीर विचार रखे गए.
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