नई दिल्ली/पलवल: कोरोना के कारण देश प्रदेश में लॉकडाउन लगा हुआ है. जहां देश के कई हिस्सों से लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों को खाना ना मिलने जैसी खबरें आ रही हैं, वहीं पलवल में जिला प्रशासन एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से राहत शिविरों में प्रवासी श्रमिकों को समय पर भोजन वितरित किया जा रहा है.
महाराणा प्रताप धर्मशाला पलवल में प्रवासी श्रमिक सिकंदर ने बताया कि राहत शिविर में उन्हें कोई परेशानी नहीं हो रही है. समय पर खाना दिया जाता है. डॉक्टरों की टीम द्वारा समय समय पर स्वास्थ्य की जांच की जाती है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बाद में उन्हें घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की जाए ताकि अपने परिवार के लोगों से मिल सके.
राधी स्वामी सत्संग व्यास के सदस्य सम्मी मदान ने बताया कि जरूरतमंद लोगों को भोजन प्रदान करने के लिए प्रतिदिन दो हजार लंच पैकेट तैयार किए जाते हैं. राहत शिविरों के साथ साथ गरीबों की बस्ती में भी खाना वितरित किया जाता है. यह खाना निशुल्क दिया जाता है. खाना बनाने में किसी का सहयोग नहीं लिया जाता बल्कि राधा स्वामी सत्संग व्याय के द्वारा यह कार्य किया जाता है.
कोरोना महामारी के दौरान जिला प्रशासन की मदद की जा रही है. जिला उपायुक्त के निर्देश पर गरीब व जरूरतमंद लोगों को समय पर ताजा खाना पहुंचाया जा रहा है. उनका उद्देश्य यह है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए. इसके साथ ही सुबह का नाश्ता, लंच व डिनर श्रमिकों व गरीब लोगों को उपलब्ध करवाया जा रहा है.
कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन की तरफ से पंचायत भवन पलवल, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलवल, महाराणा प्रताप भवन, कुशलीपुर गुर्जर भवन, पंजाबी धर्मशाला सहित 6 जगहों पर राहत शिविर बनाए गए हैं. शिविरों में बिजली, पानी, शौचालय की उचित व्यवस्था की गई है. सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से प्रवासी श्रमिकों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है.