नई दिल्ली/सोहना: लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला सोहना के तावडू कस्बे का है. जहां ससुराल में नवविवाहिता की मौत हो गई. परिजनों ने ससुराल पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि ससुराल पक्ष कई दिनों से दहेज की मांग कर रहा था. दहेज नहीं मिलने के चलते उन्होंने पूजा को मौत के घाट उतार दिया.
परिजनों के अनुसार उन्होंने अपनी बेटी की शादी हिन्दू रीति रिवाज से दहेज देकर मार्च 2017 में धारूहेड़ा निवासी युवक के साथ की थी. शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग उससे दहेज में एक कार और पांच लाख रुपये लाने की मांग करने लगे. जिसे लेकर दोनों पक्षों के बीच आपसी पंचायत भी हुई. लेकिन समस्या का कोई समाधान नही निकला.
पुलिस पर दबाब बनाने का आरोप
मृतका के भाई ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने मृतका के पति,सास,ससुर,जेठ और जेठानियों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा तो जरूर दर्ज कर लिया है. लेकिन पुलिस मामले में कार्रवाई करने की जगह पीड़ितों पर फैसला बदलने का दबाव बना रही है.
वहीं मृतका की मां ने बताया कि उसकी बेटी पूजा की ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज नहीं मिलने के चलते हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि ससुराल पक्ष वालों ने हत्या के बाद चुपचाप दाह संस्कार की भी तैयारी कर ली थी. लेकिन जैसे ही मायका पक्ष के लोगों को बेटी की हत्या का पता चला, आनन फानन में अपनी बेटी की ससुराल धारूहेड़ा पहुंचे. जहां पुलिस को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया और हत्यारोपियों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. जिसके बाद परिजन अपनी बेटी के शव को तावडू लेकर आए. यहां उसका दाह संस्कार किया गया.