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सोहना में डेंगू का कहर, सरकारी अस्पताल में नहीं इलाज के इंतजाम !

सोहना में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं डेंगू के चलते कई मरीजों की मौत भी हो चुकी है. आरोप है कि सोहना के सरकारी अस्पताल में डेंगू को लेकर अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.

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Published : Sep 20, 2020, 11:48 PM IST

Dengue patients increase in Sohna
सोहना में डेंगू का कहर

नई दिल्ली/गुरुग्राम: सोहना में कोरोना के साथ-साथ अब लोगों को डेंगू का खतरा भी सताने लगा है. क्योंकि सरकारी अस्पतालों में डेंगू के उपचार के लिए कोई उपाय नहीं किए गए हैं. डेंगू से पीड़ित मरीज निजी अस्पतालों में शरण ले रहे हैं. जहां उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है. लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग तेजी से पैर पसार रहे डेंगू और मलेरिया को लेकर अभी भी चिंतित नहीं है. जिसके चलते लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति गुस्सा व्याप्त है.

सोहना में डेंगू का कहर

सोहना सरकारी अस्पताल में उपचार कराने के लिए आने वाले मरीजों का कहना है कि दोहला, खेड़ला, घामडोज, हरचंदपुर गांवों में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफ हो रहा है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सोहना के नागरिक अस्पताल में न तो बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए टेस्ट कराने की कोई सुविधा मुहैया कराई गई है और न ही इलाज की कोई सुविधा है.

वहीं जब हमारे संवाददाता ने सोहना नागरिक अस्पताल के एसएमओ से इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो एसएमओ साहब अपने कार्यालय से नदारद मिले. इस दौरान अस्पताल में उपचार कराने के लिए आए मरीजों ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं है. जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बताया जा रहा है कि सोहना के घामडोज गांव में डेंगू के चलते एक 20 वर्षीय युवती और एक 24 साल की महिला की मौत हो चुकी है. वहीं घामडोज और आस -पास गांव के सैकड़ों लोग डेंगू से पीड़ित है. उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है. निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों से मोटी रकम वसूली जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली से नाराज लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

नई दिल्ली/गुरुग्राम: सोहना में कोरोना के साथ-साथ अब लोगों को डेंगू का खतरा भी सताने लगा है. क्योंकि सरकारी अस्पतालों में डेंगू के उपचार के लिए कोई उपाय नहीं किए गए हैं. डेंगू से पीड़ित मरीज निजी अस्पतालों में शरण ले रहे हैं. जहां उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है. लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग तेजी से पैर पसार रहे डेंगू और मलेरिया को लेकर अभी भी चिंतित नहीं है. जिसके चलते लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति गुस्सा व्याप्त है.

सोहना में डेंगू का कहर

सोहना सरकारी अस्पताल में उपचार कराने के लिए आने वाले मरीजों का कहना है कि दोहला, खेड़ला, घामडोज, हरचंदपुर गांवों में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफ हो रहा है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सोहना के नागरिक अस्पताल में न तो बुखार से पीड़ित मरीजों के लिए टेस्ट कराने की कोई सुविधा मुहैया कराई गई है और न ही इलाज की कोई सुविधा है.

वहीं जब हमारे संवाददाता ने सोहना नागरिक अस्पताल के एसएमओ से इस बारे में जानकारी लेनी चाही तो एसएमओ साहब अपने कार्यालय से नदारद मिले. इस दौरान अस्पताल में उपचार कराने के लिए आए मरीजों ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में मरीजों को देखने के लिए कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं है. जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बताया जा रहा है कि सोहना के घामडोज गांव में डेंगू के चलते एक 20 वर्षीय युवती और एक 24 साल की महिला की मौत हो चुकी है. वहीं घामडोज और आस -पास गांव के सैकड़ों लोग डेंगू से पीड़ित है. उनका इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है. निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों से मोटी रकम वसूली जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली से नाराज लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

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