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अफ्रीका से आए 'शंकर' को जंजीर से बांधने पर दिल्ली जू की सदस्यता रद्द, जानिए, क्यों जंजीर में बांधा था - DELHI ZOO MEMBERSHIP CANCELLED

अफ्रीकन हाथी शंकर को जंजीर से बांधने पर दिल्ली जू की सदस्यता को रद्द कर दिया गया है. कार्रवाई वाजा ने की है.

वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड क्वेरिएम ने दिल्ली जू पर की कार्रवाई.
वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड क्वेरिएम ने दिल्ली जू पर की कार्रवाई. (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 7, 2024, 10:37 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में शंकर नाम का अफ्रीकी हाथी है. जिसे मार्च में जंजीर से बांधकर रखा गया था. जंजीर से हाथी को बांधने पर पशु क्रूरता के आरोप में वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड क्वेरिएम (वाजा) ने दिल्ली जू की सदस्यता रद्द कर दी है. इससे पहले वाजा की ओर से अप्रैल 2024 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कार्रवाई की गई है.

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय संस्था वाजा के प्रेसिडेंट बीती मार्च में दिल्ली जू आए थे. अधिकारियों ने उन्हें शंकर को दिखाया था. शंकर के लिए किसी भी देश से उसकी उम्र की एक फीमेल हाथी दिलाने की मांग की थी. उस दौरान शंकर हाथी हीट अवस्था में था. ऐसे में उसे जंजीर से बांधकर रखा गया था.

वाजा की सदस्यता रद्द की गई, जू प्रशासन करेगा अपीलः वाजा की तरफ से दिल्ली जू की सदस्यता को निरस्त कर दिया गया है. सोमवार को दिल्ली जू प्रशासन को इसका पत्र प्राप्त हुआ. जू के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार ने ETV Bharat को बताया कि इस पत्र का जवाब दिया जाएगा और सदस्यता निरस्त करने की वाजा से अपील की जाएगी. बता दें, हीट अवस्था में शंकर ने एक महावत पर भी हमला कर दिया था.

"कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया गया था. कहा गया था कि हाथी हीट अवस्था में था, वह अकेला है. फीमेल हाथी नहीं है. वह खुद को और दूसरे जानवरों को नुकसान न पहुंचा सके, इसलिए उसे जंजीर से बांधा गया था." -डॉ. संजीत कुमार, डायरेक्टर, दिल्ली जू

दो देशों में शंकर के लिए चल रही साथी की तलाशः शंकर हाथी पिछले 22 साल से दिल्ली जू में अकेला है. उसके लिए फीमेल हाथी नहीं मिल रही है. शंकर को जंजीर से बांधने का मामले पूर्व में दिल्ली हाईकोर्ट तक भी पहुंच चुका है. दिल्ली जू के डायरेक्टर ने बताया कि जिम्बाब्वे और बोत्सवाना देश से शंकर की उम्र की फीमेल हाथी के लिए बात चल रही है.

जिम्बाब्वे से उपहार में राष्ट्रपति को मिला था ये हाथीः जिम्बाब्वे ने 1998 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को एक मेल और एक फीमेल हाथी का बच्चा गिफ्ट में दिया था. मेल का नाम शंकर रखा गया और फीमेल का नाम बिम्बई रखा गया. बिम्बई की वर्ष 2002 में इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद से शंकर अकेला है. देश में अन्य फीमेल अफ्रीकी हाथी नहीं है. ऐसे में उसे जोड़े में नहीं रखा जा सकता है.

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नई दिल्लीः दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में शंकर नाम का अफ्रीकी हाथी है. जिसे मार्च में जंजीर से बांधकर रखा गया था. जंजीर से हाथी को बांधने पर पशु क्रूरता के आरोप में वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ जू एंड क्वेरिएम (वाजा) ने दिल्ली जू की सदस्यता रद्द कर दी है. इससे पहले वाजा की ओर से अप्रैल 2024 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर कार्रवाई की गई है.

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय संस्था वाजा के प्रेसिडेंट बीती मार्च में दिल्ली जू आए थे. अधिकारियों ने उन्हें शंकर को दिखाया था. शंकर के लिए किसी भी देश से उसकी उम्र की एक फीमेल हाथी दिलाने की मांग की थी. उस दौरान शंकर हाथी हीट अवस्था में था. ऐसे में उसे जंजीर से बांधकर रखा गया था.

वाजा की सदस्यता रद्द की गई, जू प्रशासन करेगा अपीलः वाजा की तरफ से दिल्ली जू की सदस्यता को निरस्त कर दिया गया है. सोमवार को दिल्ली जू प्रशासन को इसका पत्र प्राप्त हुआ. जू के डायरेक्टर डॉ. संजीत कुमार ने ETV Bharat को बताया कि इस पत्र का जवाब दिया जाएगा और सदस्यता निरस्त करने की वाजा से अपील की जाएगी. बता दें, हीट अवस्था में शंकर ने एक महावत पर भी हमला कर दिया था.

"कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया गया था. कहा गया था कि हाथी हीट अवस्था में था, वह अकेला है. फीमेल हाथी नहीं है. वह खुद को और दूसरे जानवरों को नुकसान न पहुंचा सके, इसलिए उसे जंजीर से बांधा गया था." -डॉ. संजीत कुमार, डायरेक्टर, दिल्ली जू

दो देशों में शंकर के लिए चल रही साथी की तलाशः शंकर हाथी पिछले 22 साल से दिल्ली जू में अकेला है. उसके लिए फीमेल हाथी नहीं मिल रही है. शंकर को जंजीर से बांधने का मामले पूर्व में दिल्ली हाईकोर्ट तक भी पहुंच चुका है. दिल्ली जू के डायरेक्टर ने बताया कि जिम्बाब्वे और बोत्सवाना देश से शंकर की उम्र की फीमेल हाथी के लिए बात चल रही है.

जिम्बाब्वे से उपहार में राष्ट्रपति को मिला था ये हाथीः जिम्बाब्वे ने 1998 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा को एक मेल और एक फीमेल हाथी का बच्चा गिफ्ट में दिया था. मेल का नाम शंकर रखा गया और फीमेल का नाम बिम्बई रखा गया. बिम्बई की वर्ष 2002 में इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद से शंकर अकेला है. देश में अन्य फीमेल अफ्रीकी हाथी नहीं है. ऐसे में उसे जोड़े में नहीं रखा जा सकता है.

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