नई दिल्ली/गुरुग्राम: लॉकडाउन के दौरान गुरुग्राम से दूसरे प्रदेशों में जाने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर जारी किया है. इसकी जिम्मेदारी विभिन्न अधिकारियों को सौंपी गई है.
जिलाधीश एवं उपायुक्त अमित खत्री द्वारा जारी किए गए इन आदेशों में गुरुग्राम से जाने और यहां पर आने वाले लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी डीसीपी मुख्यालय निकिता गहलोत को दी गई है. जिम्मदारी में आगंतुकों को सुरक्षित क्वारंटाइन सुविधा में पहुंचाने, थर्मल स्कैनिंग करवाना और सोशल डिस्पेंसिंग का पालन करवाना भी सुनिश्चित है.
बता दें कि एसडीएम जितेंद्र कुमार को माइग्रेंट सेल का जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. इस कार्य में तहसीलदार गुरुग्राम जीवेंद्र सिंह मलिक, नायब तहसीलदार देसराज कंबोज और तहसील क्लर्क सुभाष उनका सहयोग करेंगे. नोडल अधिकारी की टीम से हेल्पलाइन नंबर 1950 या ईमेल sdmgurugram@gmail.com के माध्यम से पहुंचा जा सकता है.
जिले में आने और यहां से जाने वाले लोगों के आवागमन की सूचना एकत्रित करने की जिम्मेदारी पंचायती राज विभाग के कार्यकारी अभियंता धर्मवीर यादव के नेतृत्व में गठित 11 सदस्यीय टीम की लगाई गई है. इसी प्रकार, गुरुग्राम आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग करने की जिम्मेदारी उप सिविल सर्जन डॉ सुनीता राठी को दी गई है.
डॉ. राठी की टीम द्वारा आने वाले व्यक्ति का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा, जैसे कि वह कहां से आया है, क्या वो जगह हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन या रेड अथवा ऑरेंज जोन में पड़ती है. जिला में बाहर से आने वाले सभी व्यक्तियों का मेडिकल चेकअप होगा और 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहने वाले व्यक्तियों को सिविल सर्जन द्वारा सुरक्षा के नियमों की जानकारी दी जाएगी.
जिला में बाहर से आने वालों को बस की सुविधा उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी राज्य परिवहन गुरुग्राम डिपो की महाप्रबंधक अनु श्योकन्द को दी गई है. नगर निगम द्वारा उन बसों की सैनिटाइजेशन सुनिश्चित की जाएगी, जो लोग अपने वाहनों से आ-जा रहे हैं. उनके लिए भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता अनिल कुमार के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है.