नई दिल्ली/नूंह: कोरोना वैक्सीन किसी भी समय आ सकती है. केंद्र सरकार इस वर्ष के अंत में या नव वर्ष 2021 की शुरुआत में कोरोना वैक्सीन के टीके लगाने को हरी झंडी दे सकती है. इसके लिए केन्द्र, राज्य तथा जिला स्तर पर डॉक्टर्स की टीमों को प्रशिक्षण दिया गया है. दुनिया भर में 50 से ज्यादा वैक्सीन पर शोध चल रहा है या फिर पूरा हो चुका है. भारत सरकार ने आठ शोधकर्ताओं को चुना है जिनका आखरी स्टेज में है.
- नूंह सिविल अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर बसंत दुबे ने कहा कि शुरुआती चरण में हेल्थ वर्कर को वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा. इसका डाटा विभाग ने तैयार कर लिया है.
- दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर यानी, पुलिसकर्मी, आर्मी मैन, सफाई कर्मचारी इत्यादि को वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा.
- तीसरे चरण में 50 वर्ष आयु से ऊपर के लोगों को या फिर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर तथा कैंसर मरीजों को टीका लगाया जाएगा
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गुड गवर्नेंस डे के अवसर पर 25 दिसंबर को कोरोना वैक्सीन को हरी झंडी देने की सरकार की तरफ से पूरी उम्मीद थी. लेकिन अब यह वैक्सीन नव वर्ष में कभी भी आ सकती है, जहां तक कोरोना के नए रूप की बात है, उनके लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. जो लोग खासकर ब्रिटेन इत्यादि से आ रहे हैं उनको प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम उन पर नजर बनाए हुए है. उन्हें क्वारेंटाइन किया जा रहा ह.
डॉक्टर दुबे ने कहा कि भले ही कोरोना वैक्सीन का टीका आ जाए, लेकिन फिर भी कोरोना से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी जरूरी है. मास्क का इस्तेमाल करना, सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना, भीड़ में ना जाना, हाथों को बार-बार धोना। यह लोगों को नियमित करना होगा. डिप्टी सिविल सर्जन ने कहा कि लोग घबराए नहीं बल्कि सावधानी बरतें. अब कोरोना को लेकर कई प्रकार की वैक्सीन आने वाली है। लिहाजा अगर लोग इस बीमारी को लेकर जागरूक रहेंगे, तो यह बीमारी कुछ नहीं बिगाड़ पाएगी