ETV Bharat / city

1500 रैपिड डायग्नोस्टिक किट से हो रहा कोरोना टेस्ट, ये है इसकी खासियत - कोरोना टेस्ट नूंह

आरडीटी किट की मदद से दो प्रकार का टेस्ट आईजीएम और आईवीपी टेस्ट किया जा सकता है. आईजीएम टेस्ट ताजा इंफेक्शन से संबंधित लोगों का लिया जाता है और आईवीपी उन लोगों का टेस्ट है, जिनमें लक्षण रहे हैं और वह अब ठीक है.

Corona test with rapid diagnostic kit in Nuh district
1500 रैपिड डायग्नोस्टिक किट से हो रहा कोरोना टेस्ट,
author img

By

Published : Apr 22, 2020, 12:44 PM IST

नई दिल्ली/नूंहः हरियाणा की नूंह जिले में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिसके बाद हरियाणा सरकार ने इस जिले को करीब 1500 रैपिड डायग्नोस्टिक किट (आरडीटी) किट उपलब्ध कराई है. इस किट की खासियत है कि लैब टेक्नीशियन लेवल पर ही इसकी जांच 15-20 मिनट में की जा सकती है. जिला नोडल अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि इस किट से उन्हीं लोगों का टेस्ट किया जाता है. जिनमें बुखार, खांसी, गले में दर्द के लक्षण 7 दिन से ज्यादा समय से हों.

नूंह जिले में रैपिड डायग्नोस्टिक किट से कोरोना टेस्ट

सोमवार को 48 लोगों के हुए टेस्ट

ऐसे लोगों का आरडीटी किट की मदद से दो प्रकार का टेस्ट आईजीएम और आईवीपी टेस्ट किया जा सकता है. लैब टेक्नीशियन और रोडवेज बसों में गांव-गांव जाकर जांच कर रही टीमों को इस किट के बारे में प्रशिक्षण दिया जा चुका है. टेस्ट किट के जरिए हरियाणा में नूंह जिले में सोमवार को 48 लोगों के टेस्ट किए गए. सभी 48 लोगों के सैंपल नेगेटिव आए हैं.

किट से जिन लोगों का सैंपल लिया जाता है, अगर पॉजिटिव पाए जाते हैं. तो 14 दिनों के लिए उन्हें आइसोलेशन में रखा जाता है. आईजीएम टेस्ट ताजा इंफेक्शन से संबंधित लोगों का लिया जाता है और आईवीपी उन लोगों का टेस्ट है, जिनमें लक्षण रहे हैं और वह अब ठीक है. पीएचसी लेवल पर भी लैब टेक्नीशियन उंगली से ब्लड लेकर इस जांच को ले सकते हैं. जिसका नतीजा पर 15- 20 मिनट में सामने आ जाता है.

आरडीटी किट से अभी जिन 48 लोगों के नमूने लिए गए हैं. उनमें हेल्थ वर्कर भी शामिल है. अभी रोडवेज बसों में गांव-गांव जाकर जा रही 21 टीमों को रोजाना 3-5 लोगों के सैंपल लेने के लिए यहां है. संदिग्ध लोगों की संख्या और किट की संख्या को ध्यान में रखकर यह निर्देश दिए गए हैं.

टेस्ट के दौरान सावधानियां

किट से सैंपल लेने के दौरान सावधानियां भी रखी जाती हैं. जिस मरीज का सैंपल लिया जाता है. उसको मास्क पहनना अनिवार्य है. साथ ही उसका मुंह सैंपल लेने वाले स्वास्थ्य कर्मी की तरफ नहीं होना चाहिए. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाता है.

जो स्वास्थ्य कर्मचारी ऐसे लोगों का आरडीटी किट की मदद से सैंपल ले रहे हैं. उनको मास्क, ब्लाउज, डिस्टेंस सभी चीजों का ख्याल रखना है और उंगली से ब्लड लेकर स्लाइड पर रखना है.

वैसे एक टीम दिन भर में 40- 50 टेस्ट किट की मदद से कर सकती है. हरियाणा के 8 जिलों को इस प्रकार की रैपिड डायग्नोस्टिक किट उपलब्ध कराई गई है. जिनमें फरीदाबाद ,पलवल,गुरुग्राम जिले शामिल है, लेकिन सबसे ज्यादा किट नूंह जिले को दी गई है.

नई दिल्ली/नूंहः हरियाणा की नूंह जिले में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं. जिसके बाद हरियाणा सरकार ने इस जिले को करीब 1500 रैपिड डायग्नोस्टिक किट (आरडीटी) किट उपलब्ध कराई है. इस किट की खासियत है कि लैब टेक्नीशियन लेवल पर ही इसकी जांच 15-20 मिनट में की जा सकती है. जिला नोडल अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि इस किट से उन्हीं लोगों का टेस्ट किया जाता है. जिनमें बुखार, खांसी, गले में दर्द के लक्षण 7 दिन से ज्यादा समय से हों.

नूंह जिले में रैपिड डायग्नोस्टिक किट से कोरोना टेस्ट

सोमवार को 48 लोगों के हुए टेस्ट

ऐसे लोगों का आरडीटी किट की मदद से दो प्रकार का टेस्ट आईजीएम और आईवीपी टेस्ट किया जा सकता है. लैब टेक्नीशियन और रोडवेज बसों में गांव-गांव जाकर जांच कर रही टीमों को इस किट के बारे में प्रशिक्षण दिया जा चुका है. टेस्ट किट के जरिए हरियाणा में नूंह जिले में सोमवार को 48 लोगों के टेस्ट किए गए. सभी 48 लोगों के सैंपल नेगेटिव आए हैं.

किट से जिन लोगों का सैंपल लिया जाता है, अगर पॉजिटिव पाए जाते हैं. तो 14 दिनों के लिए उन्हें आइसोलेशन में रखा जाता है. आईजीएम टेस्ट ताजा इंफेक्शन से संबंधित लोगों का लिया जाता है और आईवीपी उन लोगों का टेस्ट है, जिनमें लक्षण रहे हैं और वह अब ठीक है. पीएचसी लेवल पर भी लैब टेक्नीशियन उंगली से ब्लड लेकर इस जांच को ले सकते हैं. जिसका नतीजा पर 15- 20 मिनट में सामने आ जाता है.

आरडीटी किट से अभी जिन 48 लोगों के नमूने लिए गए हैं. उनमें हेल्थ वर्कर भी शामिल है. अभी रोडवेज बसों में गांव-गांव जाकर जा रही 21 टीमों को रोजाना 3-5 लोगों के सैंपल लेने के लिए यहां है. संदिग्ध लोगों की संख्या और किट की संख्या को ध्यान में रखकर यह निर्देश दिए गए हैं.

टेस्ट के दौरान सावधानियां

किट से सैंपल लेने के दौरान सावधानियां भी रखी जाती हैं. जिस मरीज का सैंपल लिया जाता है. उसको मास्क पहनना अनिवार्य है. साथ ही उसका मुंह सैंपल लेने वाले स्वास्थ्य कर्मी की तरफ नहीं होना चाहिए. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाता है.

जो स्वास्थ्य कर्मचारी ऐसे लोगों का आरडीटी किट की मदद से सैंपल ले रहे हैं. उनको मास्क, ब्लाउज, डिस्टेंस सभी चीजों का ख्याल रखना है और उंगली से ब्लड लेकर स्लाइड पर रखना है.

वैसे एक टीम दिन भर में 40- 50 टेस्ट किट की मदद से कर सकती है. हरियाणा के 8 जिलों को इस प्रकार की रैपिड डायग्नोस्टिक किट उपलब्ध कराई गई है. जिनमें फरीदाबाद ,पलवल,गुरुग्राम जिले शामिल है, लेकिन सबसे ज्यादा किट नूंह जिले को दी गई है.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.