नई दिल्ली/गुरुग्राम: बुधवार देर शाम सेक्टर-14 यानी ओल्ड डीएलएफ में महिला की चेन स्नेचिंग की वारदात में पुलिस की बड़ी नाकामी सामने आई है. वारदात में घायल हुए पीड़िता ने पुलिस की कार्यशली को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाए कि अगर पुलिस ने सही समय पर एक्शन लिया होता तो चैन स्नेचर ने केवल पुलिस गिरफ्त में होते बल्कि और वारदातें होने से भी बच जाती.
पीड़िता की माने तो पुलिस स्टेशन घटना स्थल से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर है. जिसको तय करने में पुलिस ने आधा घंटा लगा दिया. मौके पर तफ़्तीश करने जांच अधिकारी की माने तो पूरे इलाके में राइडर पेट्रोलिंग करती रहती है, लेकिन कल जो वारदात हुई उसमे जांच अभी शुरुवाती दौर में है.
1 जनवरी 2020 से 30 नवंबर 2020 के आकड़ों की बात करें तो धारा 379B यानी चैन स्नेचिंग या किसी भी तरह की स्नेचिंग 150 का आंकड़ा पार कर चुकी है, लेकिन बावजूद इसके घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. दरअसल कल शाम तकरीबन पौने 6 बजे सरिता नाम की युवती अपने इंस्टिट्यूट से पीजी लौट रही थी.
ये भी पढ़ें- गुरुग्राम: गाड़ी लूटने की नियत से कैब चालक पर जानलेवा हमला, 3 आरोपी गिरफ्तार
तभी पीछे से आए दो बाइक सवारों ने उसको गले से पकड़ उसकी चैन तोड़ कर फरार होने लगे, लेकिन पीड़िता ने उनका विरोध करना शुरू किया. जिसके बाद चेन स्नेचरों ने युवती को स्डक पर घसीटना शुरू कर दिया. जिसके चलते पीड़िता को काफी चोटें भी आई. पीड़िता की माने तो उन्होंने उसी टाइम पुलिस को फ़ोन किया जिसके बाद स्थानीय लोगों ने तो उसकी मदद की, लेकिन पुलिस ने समय रहते मदद नहीं की. जिसके चलते चेन स्नेचर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए.