नई दिल्ली/जींद: हरियाणा की राजनीति के माहिर खिलाड़ी कहे जाने वाले चौधरी बीरेंद्र सिंह ने उचाना हलके के डूमरखा कलां गांव में अपने बूथ पर मतदान किया. चौ. बीरेंद्र सिंह के साथ उचाना उम्मीदवार और उनकी पत्नी प्रेमलता दिखाई दीं. सांसद बृजेंद्र सिंह भी इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे.
मतदान करने के बाद बीरेंद्र सिंह ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मतदान करना बहुत जरूरी है. उन्होंने जनता से आह्वान किया कि ज्यादा से ज्यादा मतदान कर देख और लोकतंत्र को मजबूत करें.
इस दौरान बीजेपी उम्मीदवार प्रेम लता ने कहा उचाना हलके में हुए विकास कार्यों को देख अधिक से अधिक बीजेपी को अपना मत दें. सांसद बृजेंद्र सिंह ने कहा कि लोकतंत्र के इस पर्व में अपने मत की आहुति डाल लोकतंत्र को मजबूत करें.
उचाना सीट का इतिहास
जींद का उचाना कलां पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का गढ़ रहा है, जो पहले पांच बार इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. बीरेंद्र सिंह और चौटाला परिवार के बीच इस कदर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है कि दुष्यंत के दादा और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला 2009 में उचाना कलां सीट से चुनाव लड़े थे, जब परिसीमन के बाद जींद में नरवाना सीट आरक्षित हो गई थी. इनेलो के अध्यक्ष ओपी चौटाला ने 2009 में उचाना कलां से बीरेंद्र सिंह को 621 मतों के मामूली अंतर से हराया था.
दो बड़े घरानों में टक्कर
दुष्यंत और बीरेंद्र सिंह दोनों ही राज्य के प्रमुख जाट परिवारों से आते हैं और जींद जिले को हरियाणा का राजनीतिक केंद्र भी माना जाता है. अब एक बार फिर हरियाणा के दो बड़े सियासी घराने चौटाला परिवार और चौधरी छोटू राम का परिवार एक बार फिर आपस में टकराने के लिए तैयार हैं. फूट के चलते भले ही चौटाला परिवार दो हिस्सों में बंट चुका है, लेकिन दुष्यंत उचाना सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी को टक्कर देंगे.