नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पत्रकार की मौत के मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है. पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है.
इस मामले पर राजनीति भी हो रही है. जल्द से जल्द आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है. वहीं इस बीच गाजियाबाद के विजय नगर इलाके में समाजवादी पार्टी के कुछ युवा नेता भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. इनकी मांग है कि विजयनगर में बदमाशों की गोली का शिकार हुए पत्रकार के परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाना चाहिए. यही नहीं इलाके के डीएवी चौक का नाम पत्रकार के नाम से रखा जाना चाहिए.
मामले पर लगातार गर्मा रही राजनीति
पत्रकार हमले के बाद से लगातार मामले पर राजनीति गर्म है. सरकार ने परिवार को 10 लाख मुआवजा और पत्नी को सरकारी नौकरी के अलावा, बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है. कुछ गैर सरकारी संस्थाएं भी सामने आई हैं, जिन्होंने परिवार तक सहायता राशि पहुंचाई है लेकिन मामले में पुलिस की पूरी लापरवाही निकल कर सामने आई, जिसके बाद कई राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं ने भी मामले में सोशल मीडिया पर सरकार को कानून व्यवस्था के मामले में कटघरे में खड़ा किया.
'पत्रकार को मिले शहीद का दर्जा'
साथी पत्रकार लगातार यही मांग कर रहे हैं कि दिवंगत पत्रकार को शहीद का दर्जा दिया जाए. पत्रकारों ने भी यही मांग की थी कि विजय नगर में एक चौक का नाम पत्रकार के नाम से रखा जाए. देखना यह होगा कि सरकार लगातार उठ रही इन मांगों पर कोई गौर करती है या नहीं.