नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर समेत राजधानी दिल्ली की अन्य सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. सर्दी के मौसम में शुरू हुआ किसान आंदोलन अब गर्मी के मौसम में प्रवेश कर चुका है. किसान आंदोलन को तेज करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में आज गाजीपुर बॉर्डर पर युवा किसान दिवस मनाया गया.
शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन के तीन महीने पूरे होने पर युवाओं के योगदान को मद्देनजर रखते हुए 'युवा किसान दिवस' मनाया गया. गाजीपुर मोर्च का मंच संचालन युवाओ द्वारा किया गया साथ ही वक्ता भी युवा रहे.
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युवाओं ने संभाली आदोलन की बागडोर
युवा किसान जितेंद्र सिंह जीतू ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान युवा दिवस मनाया जा रहा है. जिसके तहत एक दिन के लिए आंदोलन की बागडोर युवाओं के हाथों में सौंपी गई है. आज विभिन्न राज्यों से आए युवा मंच का संचालन कर रहे हैं और मंच से भाषण भी युवाओं द्वारा दिया जा रहा है. आंदोलन में युवाओं की भारी संख्या में भागीदारी है और इस भागीदारी को देखते हुए संयुक्त मोर्चे ने युवा किसान दिवस का आह्वान कर युवाओं को सम्मानित किया है.
सरकार कृषि कानूनों को वापस ले
युवा किसान हरप्रीत सिंह ने बताया कि सरकार को युवा किसान दिवस पर हम संदेश देना चाहते हैं कि देश का युवा एकजुट हो चुका है और किसानों के साथ डेट कर खड़ा हुआ है. सरकार को जल्द से जल्द तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए.