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फर्जी महिला दरोगा बनकर पुलिस लाइन में तीन दिन तक रही युवती, अरेस्ट

आरोपी युवती तीन दिन तक गाजियाबाद पुलिस लाइन के महिला पुलिस बैरक में फर्जी दरोगा बनकर रही. वह अपना ज्यादातर बैरक में ही बिताती थी. इससे कुछ महिला सिपाहियों को उस पर शक हो गया. फिर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया.

फर्जी दरोगा
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Published : Sep 21, 2019, 1:28 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बताने वाली युवती को गिरफ्तार किया है. युवती तीन दिन से फर्जी दरोगा बनकर गाजियाबाद पुलिस लाइन में रह रही थी. हैरानी की बात ये है कि थाने में आमद कराए बिना उसने गाजियाबाद पुलिस लाइन की महिला सिपाही की बैरक में रहना शुरू कर दिया था. पुलिस लाइन में तैनात अधिकारियों को उसका झूठ पकड़ में नहीं आया.

पुलिस ने फर्जी महिला दरोगा को किया अरेस्ट

बैरक में ही बिताती थी ज्यादातर वक्त
अपने बैरक में ज्यादा समय बिताने के चलते महिला बैरक की कुछ महिला सिपाहियों को उस युवती पर शक हो गया. जांच में युवती के फर्जी दरोगा होने की असलियत सामने आ गयी. जिसके बाद युवती को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है. अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं.

'पुलिस लाइन में एक व्यक्ति के साथ आई थी युवती'
डिप्टी एसपी आतिश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवती की पहचान 21 साल की प्रभजोत कौर के रूप में हुई है. वह रामपुर के बिलासपुर की रहने वाली है. 3 दिन पहले बुधवार शाम युवती पुलिस लाइन में रघुवेंद्र नाम के व्यक्ति के साथ आई थी. जिसे वह अपना पिता बता रही थी. प्रभजोत ने खुद को दरोगा बताते हुए कहा कि उसका मुरादाबाद से यहां ट्रांसफर हुआ है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बताने वाली युवती को गिरफ्तार किया है. युवती तीन दिन से फर्जी दरोगा बनकर गाजियाबाद पुलिस लाइन में रह रही थी. हैरानी की बात ये है कि थाने में आमद कराए बिना उसने गाजियाबाद पुलिस लाइन की महिला सिपाही की बैरक में रहना शुरू कर दिया था. पुलिस लाइन में तैनात अधिकारियों को उसका झूठ पकड़ में नहीं आया.

पुलिस ने फर्जी महिला दरोगा को किया अरेस्ट

बैरक में ही बिताती थी ज्यादातर वक्त
अपने बैरक में ज्यादा समय बिताने के चलते महिला बैरक की कुछ महिला सिपाहियों को उस युवती पर शक हो गया. जांच में युवती के फर्जी दरोगा होने की असलियत सामने आ गयी. जिसके बाद युवती को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है. अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं.

'पुलिस लाइन में एक व्यक्ति के साथ आई थी युवती'
डिप्टी एसपी आतिश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवती की पहचान 21 साल की प्रभजोत कौर के रूप में हुई है. वह रामपुर के बिलासपुर की रहने वाली है. 3 दिन पहले बुधवार शाम युवती पुलिस लाइन में रघुवेंद्र नाम के व्यक्ति के साथ आई थी. जिसे वह अपना पिता बता रही थी. प्रभजोत ने खुद को दरोगा बताते हुए कहा कि उसका मुरादाबाद से यहां ट्रांसफर हुआ है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है.

Intro:दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने एक ऐसी युवती को गिरफ्तार किया है जो खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बताकर बीते तीन दिन से गाजियाबाद पुलिस लाइंस में रह रही थी। हैरान करने वाली बात यह है कि बिना थाने में आमद कराए उसने गाजियाबाद पुलिस लाइन की महिला सिपाही की बैरक में रहना शुरू कर दिया और यहां तैनात अधिकारियों को उसका झूठ पकड़ में नही आया।

अपने बैरक में ज्यादा समय बिताने के चलते महिला बैरक की कुछ महिला सिपाहियों को उस युवती पर शक हो गया। और जांच में युवती के फर्जी दरोगा होने की असलियत सामने आ गयीं । जिसके बाद युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की ज्यादा जानकारी में जुटे हैं।

डिप्टी एसपी आतिश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवती की पहचान 21 वर्षीय प्रभजोत कौर के रूप में हुई है, जो रामपुर के बिलासपुर की रहने वाली है। 3 दिन पूर्व बीते बुधवार शाम युवती पुलिस लाइंस में रघुवेंद्र नाम के व्यक्ति के साथ आई थी, जिसे वह अपना पिता बता रही थी। प्रभजोत ने खुद को दरोगा बताते हुए कहा कि वह मुरादाबाद से यहां ट्रांसफर हुई है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है।

बाइट - आतिश कुमार / सीओ

इस फर्जीवाड़े को पकड़ने में पुलिस कर्मियों को तीन दिन लग गये जो इनकी लापरवाही को साफ दिखाता हैं। अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की गहन जांच कर रहे हैं कि युवती के यहां ठहरने का मकसद क्या था और क्यो फर्जीवाड़ा कर कर वो यहां रुकी थी। Body:दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने एक ऐसी युवती को गिरफ्तार किया है जो खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बताकर बीते तीन दिन से गाजियाबाद पुलिस लाइंस में रह रही थी। हैरान करने वाली बात यह है कि बिना थाने में आमद कराए उसने गाजियाबाद पुलिस लाइन की महिला सिपाही की बैरक में रहना शुरू कर दिया और यहां तैनात अधिकारियों को उसका झूठ पकड़ में नही आया।

अपने बैरक में ज्यादा समय बिताने के चलते महिला बैरक की कुछ महिला सिपाहियों को उस युवती पर शक हो गया। और जांच में युवती के फर्जी दरोगा होने की असलियत सामने आ गयीं । जिसके बाद युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की ज्यादा जानकारी में जुटे हैं।

डिप्टी एसपी आतिश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवती की पहचान 21 वर्षीय प्रभजोत कौर के रूप में हुई है, जो रामपुर के बिलासपुर की रहने वाली है। 3 दिन पूर्व बीते बुधवार शाम युवती पुलिस लाइंस में रघुवेंद्र नाम के व्यक्ति के साथ आई थी, जिसे वह अपना पिता बता रही थी। प्रभजोत ने खुद को दरोगा बताते हुए कहा कि वह मुरादाबाद से यहां ट्रांसफर हुई है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है।

बाइट - आतिश कुमार / सीओ

इस फर्जीवाड़े को पकड़ने में पुलिस कर्मियों को तीन दिन लग गये जो इनकी लापरवाही को साफ दिखाता हैं। अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की गहन जांच कर रहे हैं कि युवती के यहां ठहरने का मकसद क्या था और क्यो फर्जीवाड़ा कर कर वो यहां रुकी थी। Conclusion:दिल्ली से सटे गाजियाबाद में पुलिस ने एक ऐसी युवती को गिरफ्तार किया है जो खुद को यूपी पुलिस में दरोगा बताकर बीते तीन दिन से गाजियाबाद पुलिस लाइंस में रह रही थी। हैरान करने वाली बात यह है कि बिना थाने में आमद कराए उसने गाजियाबाद पुलिस लाइन की महिला सिपाही की बैरक में रहना शुरू कर दिया और यहां तैनात अधिकारियों को उसका झूठ पकड़ में नही आया।

अपने बैरक में ज्यादा समय बिताने के चलते महिला बैरक की कुछ महिला सिपाहियों को उस युवती पर शक हो गया। और जांच में युवती के फर्जी दरोगा होने की असलियत सामने आ गयीं । जिसके बाद युवती को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की ज्यादा जानकारी में जुटे हैं।

डिप्टी एसपी आतिश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवती की पहचान 21 वर्षीय प्रभजोत कौर के रूप में हुई है, जो रामपुर के बिलासपुर की रहने वाली है। 3 दिन पूर्व बीते बुधवार शाम युवती पुलिस लाइंस में रघुवेंद्र नाम के व्यक्ति के साथ आई थी, जिसे वह अपना पिता बता रही थी। प्रभजोत ने खुद को दरोगा बताते हुए कहा कि वह मुरादाबाद से यहां ट्रांसफर हुई है और विजयनगर थाने में तैनाती मिली है।

बाइट - आतिश कुमार / सीओ

इस फर्जीवाड़े को पकड़ने में पुलिस कर्मियों को तीन दिन लग गये जो इनकी लापरवाही को साफ दिखाता हैं। अब पुलिस अधिकारी पूरे मामले की गहन जांच कर रहे हैं कि युवती के यहां ठहरने का मकसद क्या था और क्यो फर्जीवाड़ा कर कर वो यहां रुकी थी।
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