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कैच द रेन : 'आसमानी अमृत' को सहेजेगा गाज़ियाबाद नगर निगम

गाजियाबाद में 'कैच द रेन' के तहत जल संचयन का कार्य किया जा रहा है. लगभग 60% पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का कार्य पूरा कर लिया गया है.

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Published : Jul 31, 2021, 11:06 PM IST

कैच द रेन अभियान के तहत हो रहा काम
कैच द रेन अभियान के तहत हो रहा काम

नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'कैच द रेन' विजन को धरातल पर उतारने के लिए गाजियाबाद नगर निगम की कवायद जारी है. नगर निगम ने शहर में ऐसे पार्कों को चिन्हित किया है, जहां बारिश का पानी इकट्ठा होता है या भरता है. चिन्हित किए गए पार्कों में कैच द रेन अभियान के तहत रेन वाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा जल संचयन) सिस्टम विकसित किया जा रहा है. इससे बारिश के पानी को सहेजा जा सकेगा.

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि जल संरक्षण एक बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा है. जल संरक्षण को लेकर भारत सरकार कैच दा रेन अभियान चला रही है. नगर निगम ने शहर में ऐसे पार्कों को चिन्हित किया है, जहां पानी के इकट्ठा होने की, भरने की समस्या है. रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से बारिश के पानी को इकट्ठा किया जाएगा. इसके बाद पानी को फिल्टर कर ज़मीन में छोड़ा जाएगा.

तंवर ने बताया कि लगभग 60% पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि बचे हुए 40% पार्कों में जल्द कार्य पूरा कर लिया जाएगा. कार्य पूर्ण होने के बाद भारत सरकार की एजेंसी से गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी. गुणवत्ता की जांच होने के बाद सभी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को शुरू कर दिया जाएगा. पिछले डेढ़ दशक से पर्यावरण और जल संरक्षण पर काम कर रहे अकाश वशिष्ठ जिला भूजल प्रबंधन परिषद के सदस्य हैं. आकाश वशिष्ठ का कहना है पार्क ग्राउंड वाटर का नेशनल रिचार्ज करने के लिए बेहतरीन माध्यम. नगर निगम की इस पहल से वाटर टेबल में काफी सुधार आएगा.
कैच द रेन अभियान के तहत हो रहा काम

जाहिर है कि विश्व जल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'कैच द रेन' यानी वर्षा जल संचयन अभियान की शुरुआत किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत वर्षा जल का जितना बेहतर प्रबंधन करेगा, उतना ही भूगर्भ जल पर देश की निर्भरता कम होगी.


इसे भी पढ़ें: दिल्ली: वसंत कुंज में जल संचयन की शुरुआत, बारिश के पानी से भरा जाएगा तालाब

इसे भी पढ़ें: पानी की किल्लत से मिलेगी निजात! दिल्ली कैबिनेट ने दी यमुना में वर्षा जल संचयन को मंजूरी

नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'कैच द रेन' विजन को धरातल पर उतारने के लिए गाजियाबाद नगर निगम की कवायद जारी है. नगर निगम ने शहर में ऐसे पार्कों को चिन्हित किया है, जहां बारिश का पानी इकट्ठा होता है या भरता है. चिन्हित किए गए पार्कों में कैच द रेन अभियान के तहत रेन वाटर हार्वेस्टिंग (वर्षा जल संचयन) सिस्टम विकसित किया जा रहा है. इससे बारिश के पानी को सहेजा जा सकेगा.

नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि जल संरक्षण एक बेहद महत्वपूर्ण मुद्दा है. जल संरक्षण को लेकर भारत सरकार कैच दा रेन अभियान चला रही है. नगर निगम ने शहर में ऐसे पार्कों को चिन्हित किया है, जहां पानी के इकट्ठा होने की, भरने की समस्या है. रेन वाटर हार्वेस्टिंग के माध्यम से बारिश के पानी को इकट्ठा किया जाएगा. इसके बाद पानी को फिल्टर कर ज़मीन में छोड़ा जाएगा.

तंवर ने बताया कि लगभग 60% पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि बचे हुए 40% पार्कों में जल्द कार्य पूरा कर लिया जाएगा. कार्य पूर्ण होने के बाद भारत सरकार की एजेंसी से गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी. गुणवत्ता की जांच होने के बाद सभी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को शुरू कर दिया जाएगा. पिछले डेढ़ दशक से पर्यावरण और जल संरक्षण पर काम कर रहे अकाश वशिष्ठ जिला भूजल प्रबंधन परिषद के सदस्य हैं. आकाश वशिष्ठ का कहना है पार्क ग्राउंड वाटर का नेशनल रिचार्ज करने के लिए बेहतरीन माध्यम. नगर निगम की इस पहल से वाटर टेबल में काफी सुधार आएगा.
कैच द रेन अभियान के तहत हो रहा काम

जाहिर है कि विश्व जल दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'कैच द रेन' यानी वर्षा जल संचयन अभियान की शुरुआत किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत वर्षा जल का जितना बेहतर प्रबंधन करेगा, उतना ही भूगर्भ जल पर देश की निर्भरता कम होगी.


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