नई दिल्ली/गाजियाबाद: सरकार के साथ मिलकर चाइना को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए खिलौना व्यापारी भी तैयार हैं. उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक अचानक खिलौना उद्योग सुर्खियों में आ गया है. हाल ही में मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भी खिलौना उद्योग की चर्चा की थी. इसके बाद यूपी सरकार से संकेत मिले हैं कि जल्द ही खिलौने के उद्योग को यूपी में बढ़ावा दिया जाएगा. इस पर गाजियाबाद के खिलौना व्यापारियों ने काफी ज्यादा खुशी जाहिर की है.
गाजियाबाद में घंटाघर में खिलौने का बड़ा कारोबार
व्यापारियों का कहना है कि इससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाएंगी, क्योंकि यूपी में बने खिलौने दिल्ली एनसीआर तक भी काफी सस्ते मिलेंगे. ऐसे में लोग सस्ते के लालच में चाइनीज खिलौने खरीदने की कोशिश नहीं करेंगे. वहीं इससे दो फायदे होंगे. एक तरफ स्वदेशी को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं दुकानदारों का मुनाफा भी बढ़ेगा. गाजियाबाद के घंटाघर के पास खिलौने की मुख्य मार्केट है. कोरोना में खिलौने की मार्केट में भी सूनापन आ गया था, लेकिन खिलौना उद्योग से आई इस खबर ने फिर से यहां व्यापारियों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है.
बचेगा महंगा ट्रांसपोर्ट भाड़ा
व्यापारियों ने तकनीकी रूप से भी इसे एक्सप्लेन किया. उनका कहना है कि जब उत्तर प्रदेश में ही खिलौने बनेंगे, तो उनके ट्रांसपोर्ट भाड़े में काफी कमी आएगी. खिलौने सस्ते होंगे. उनकी क्वालिटी भी काफी अच्छी होगी. इस तरह खिलौने के मार्केट में भी चाइना पूरी तरह से ध्वस्त हो जाएगा. हालांकि गाजियाबाद के घंटाघर इलाके में खिलौने का काम करने वाले व्यापारी चाइना के माल का पहले ही बायकाट कर चुके हैं.