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गाजियाबाद: शंभू दयाल कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल, आरोपियों को किया गया शिफ्ट

गाजियाबाद के शंभू दयाल कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल में कैदियों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है. बता दें कि गाजियाबाद में जिस भी मामले के आरोपी गिरफ्तार होते हैं, उन्हें डासना जेल में भेजा जाता है, लेकिन डासना जेल में क्षमता से कई गुना अधिक कैदी बंद हैं.

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Published : Jun 30, 2020, 5:41 PM IST

Temporary jail built in Shambhu Dayal College in Ghaziabad
शंभू दयाल कॉलेज

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के शंभू दयाल कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल में कैदियों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है. बता दें कि इसी हफ्ते गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने आदेश दिया था कि शंभू दयाल कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील किया जाए.

शंभू दयाल कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल

वहीं 2 दिन पहले ये जेल बनकर पूरी तरह तैयार हो गई थी, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था के साथ शंभू दयाल कॉलेज में आरोपियों को रखा जा रहा है. अब जो भी आरोपी गिरफ्तार हो रहे हैं, उन्हें डासना जेल नहीं भेजा जा रहा है, क्योंकि डासना जेल में कोरोना से बचाव के लिए ये ठोस कदम उठाया गया है. वहीं जिन कैदियों को ज्यूडिशियल रिमांड मिल रहा है, उन्हें भी यहीं रखा जा रहा है.


डासना जेल की है बड़ी चिंता

गाजियाबाद में जिस भी मामले के आरोपी गिरफ्तार होते हैं, उन्हें डासना जेल में भेजा जाता है लेकिन डासना जेल में क्षमता से कई गुना अधिक कैदी बंद है. फिलहाल कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से डासना जेल में बंद कैदियों की चिंता भी कई गुना बढ़ गई है. प्रशासन नहीं चाहता कि वहां पर कोई नया बंदी, बिना मेडिकल जांच के पहुंचे, जिससे वहां संक्रमण का खतरा पैदा हो. इसी चिंता को देखते हुए गाजियाबाद में शंभू दयाल कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील कर दिया गया है.

फिलहाल सभी नए बंदी आरोपियों को शंभू दयाल कॉलेज वाली अस्थाई जेल में रखा गया है और उनका पूरा मेडिकल चेकअप होगा. वहीं माना जा रहा है कि क्वॉरंटाइन पीरियड के बाद ही उन्हें डासना जेल में शिफ्ट किया जाएगा.



पहले भी बनी थी अस्थाई जेल

बता दें कि गाजियाबाद के डासना इलाके में ही पहले एक अस्थाई जेल बनाई गई थी. आध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील किया गया था. जहां पर ऐसे आरोपियों को रखा गया था, जो वीजा की शर्तों का उल्लंघन करके भारत में रह रहे थे और गाजियाबाद में गिरफ्तार किए गए थे, लेकिन शंभू दयाल डिग्री कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल, अध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज वाली जेल से कुछ अलग होगी. यहां पर सभी नए बंदियों को फिलहाल रखा जाएगा.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के शंभू दयाल कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल में कैदियों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है. बता दें कि इसी हफ्ते गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने आदेश दिया था कि शंभू दयाल कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील किया जाए.

शंभू दयाल कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल

वहीं 2 दिन पहले ये जेल बनकर पूरी तरह तैयार हो गई थी, जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था के साथ शंभू दयाल कॉलेज में आरोपियों को रखा जा रहा है. अब जो भी आरोपी गिरफ्तार हो रहे हैं, उन्हें डासना जेल नहीं भेजा जा रहा है, क्योंकि डासना जेल में कोरोना से बचाव के लिए ये ठोस कदम उठाया गया है. वहीं जिन कैदियों को ज्यूडिशियल रिमांड मिल रहा है, उन्हें भी यहीं रखा जा रहा है.


डासना जेल की है बड़ी चिंता

गाजियाबाद में जिस भी मामले के आरोपी गिरफ्तार होते हैं, उन्हें डासना जेल में भेजा जाता है लेकिन डासना जेल में क्षमता से कई गुना अधिक कैदी बंद है. फिलहाल कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से डासना जेल में बंद कैदियों की चिंता भी कई गुना बढ़ गई है. प्रशासन नहीं चाहता कि वहां पर कोई नया बंदी, बिना मेडिकल जांच के पहुंचे, जिससे वहां संक्रमण का खतरा पैदा हो. इसी चिंता को देखते हुए गाजियाबाद में शंभू दयाल कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील कर दिया गया है.

फिलहाल सभी नए बंदी आरोपियों को शंभू दयाल कॉलेज वाली अस्थाई जेल में रखा गया है और उनका पूरा मेडिकल चेकअप होगा. वहीं माना जा रहा है कि क्वॉरंटाइन पीरियड के बाद ही उन्हें डासना जेल में शिफ्ट किया जाएगा.



पहले भी बनी थी अस्थाई जेल

बता दें कि गाजियाबाद के डासना इलाके में ही पहले एक अस्थाई जेल बनाई गई थी. आध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल में तब्दील किया गया था. जहां पर ऐसे आरोपियों को रखा गया था, जो वीजा की शर्तों का उल्लंघन करके भारत में रह रहे थे और गाजियाबाद में गिरफ्तार किए गए थे, लेकिन शंभू दयाल डिग्री कॉलेज में बनाई गई अस्थाई जेल, अध्यात्मिक नगर इंटर कॉलेज वाली जेल से कुछ अलग होगी. यहां पर सभी नए बंदियों को फिलहाल रखा जाएगा.

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