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गाजियाबाद: दुश्मन की धज्जियां उड़ाने वाला T-55 टैंक देखने के लिए उमड़ी भीड़ - republic day 2020

भारतीय आर्मी ने 1965 और 1971 में दुश्मन पाक सेना के टैंकों की जिस टी-55 टैंक से धज्जियां उड़ाई थी, वे टैंक अब गाजियाबाद के मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन की शान बढ़ाएगा. इस टैंक को देख युवाओं में देश के प्रति प्रेम और देश भक्ति बढ़ेगी.

T-55 tank placed at KN Modi foundation in gaziabad
टी-55 टैंक बनेगा डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन की शान
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Published : Jan 26, 2020, 5:07 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला T-55 टैंक गाजियाबाद पहुंच गया है. रविवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर इसे गाजियाबाद की एक शिक्षण संस्थान में स्थापित किया गया है. मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन में इसे स्थापित किया गया. संस्थान ने इसे सेना से अलॉट करवाया है. इससे पहले ये टैंक पुणे में रखा हुआ था. डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन से जुड़े मैनेजमेंट के लोगों का कहना है कि देश का शौर्य बढ़ाने वाले इस टैंक को देखकर छात्रों में देशभक्ति का जज्बा और बढ़ेगा.

टी-55 टैंक बनेगा डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन की शान

देश का बढ़ाया शौर्य
T-55 टैंक ने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को नाको चने चबवा दिए थे. भारत का शौर्य बढ़ाने वाले T-55 टैंक को अब एनसीआर में लोग देख पाएंगे.

टैंक को देखने उमड़ी भीड़
जैसे ही लोगों को पता चला कि T-55 टैंक का मॉडल मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन में स्थापित हो गया है, वहां पर लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई. गणतंत्र दिवस के मौके पर खासतौर पर लोग दूर-दूर से टैंक की एक झलक पाने के लिए आ रहे थे.

दुश्मन ने माना लोहा
1971 की लड़ाई जीतने में इस टैंक की महत्वपूर्ण भूमिका को कोई नहीं भूल सकता है. दुश्मन ने भी भारतीय लड़ाकू टैंक टी-55 टैंक का लोहा माना था.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला T-55 टैंक गाजियाबाद पहुंच गया है. रविवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर इसे गाजियाबाद की एक शिक्षण संस्थान में स्थापित किया गया है. मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन में इसे स्थापित किया गया. संस्थान ने इसे सेना से अलॉट करवाया है. इससे पहले ये टैंक पुणे में रखा हुआ था. डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन से जुड़े मैनेजमेंट के लोगों का कहना है कि देश का शौर्य बढ़ाने वाले इस टैंक को देखकर छात्रों में देशभक्ति का जज्बा और बढ़ेगा.

टी-55 टैंक बनेगा डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन की शान

देश का बढ़ाया शौर्य
T-55 टैंक ने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को नाको चने चबवा दिए थे. भारत का शौर्य बढ़ाने वाले T-55 टैंक को अब एनसीआर में लोग देख पाएंगे.

टैंक को देखने उमड़ी भीड़
जैसे ही लोगों को पता चला कि T-55 टैंक का मॉडल मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन में स्थापित हो गया है, वहां पर लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई. गणतंत्र दिवस के मौके पर खासतौर पर लोग दूर-दूर से टैंक की एक झलक पाने के लिए आ रहे थे.

दुश्मन ने माना लोहा
1971 की लड़ाई जीतने में इस टैंक की महत्वपूर्ण भूमिका को कोई नहीं भूल सकता है. दुश्मन ने भी भारतीय लड़ाकू टैंक टी-55 टैंक का लोहा माना था.

Intro:गाजियाबाद। 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला t55 टैंक गाजियाबाद पहुंचा है। 26 जनवरी के मौके पर इसे गाजियाबाद की एक शिक्षण संस्थान में स्थापित किया गया है। मोदीनगर के शिक्षण संस्थान परिसर में इसे स्थापित किया गया। संस्थान ने इसे सेना से अलॉट करवाया है। इससे पहले ये टैंक पुणे में रखा हुआ था। शिक्षण संस्थान से जुड़े मैनेजमेंट के लोगों का कहना है कि देश का शौर्य बढ़ाने वाले इस टैंक को देखकर छात्रों में देशभक्ति का जज्बा और बढ़ेगा।



Body:देश का बढ़ाया शौर्य

T55 बैंक ने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को नाको चने चबवा दिए थे। भारत का शौर्य बढ़ाने वाले t55 टैंक को अब एनसीआर में लोग देख पाएंगे।

लोगों की लगी भीड़

जैसे ही लोगों को पता चला कि t55 टैंक का मॉडल मोदीनगर के शिक्षण संस्थान में स्थापित हो गया है, लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई। 26 जनवरी के मौके पर खास तौर पर लोग दूर-दूर से टैंक की एक झलक पाने के लिए आ रहे थे।


Conclusion:दुश्मन ने माना लोहा

1971 की लड़ाई जीतने में इस टैंक की महत्वपूर्ण भूमिका को कोई नहीं भूल सकता। दुश्मन ने भी भारतीय लड़ाकू टैंक t55 का लोहा माना था।


बाइट कैप्टन राजीव सक्सेना, वाइस प्रेज़िडेंट केएन मोदी फाउंडेशन
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