नई दिल्ली/गाजियाबाद: 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को धूल चटाने वाला T-55 टैंक गाजियाबाद पहुंच गया है. रविवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर इसे गाजियाबाद की एक शिक्षण संस्थान में स्थापित किया गया है. मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन में इसे स्थापित किया गया. संस्थान ने इसे सेना से अलॉट करवाया है. इससे पहले ये टैंक पुणे में रखा हुआ था. डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन से जुड़े मैनेजमेंट के लोगों का कहना है कि देश का शौर्य बढ़ाने वाले इस टैंक को देखकर छात्रों में देशभक्ति का जज्बा और बढ़ेगा.
देश का बढ़ाया शौर्य
T-55 टैंक ने 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान को नाको चने चबवा दिए थे. भारत का शौर्य बढ़ाने वाले T-55 टैंक को अब एनसीआर में लोग देख पाएंगे.
टैंक को देखने उमड़ी भीड़
जैसे ही लोगों को पता चला कि T-55 टैंक का मॉडल मोदीनगर के डॉ. केएन मोदी फाउंडेशन में स्थापित हो गया है, वहां पर लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई. गणतंत्र दिवस के मौके पर खासतौर पर लोग दूर-दूर से टैंक की एक झलक पाने के लिए आ रहे थे.
दुश्मन ने माना लोहा
1971 की लड़ाई जीतने में इस टैंक की महत्वपूर्ण भूमिका को कोई नहीं भूल सकता है. दुश्मन ने भी भारतीय लड़ाकू टैंक टी-55 टैंक का लोहा माना था.