नई दिल्ली/ग़ाज़ियाबाद : ग़ाज़ियाबाद में लोनी इलाके के मेवला भट्टी गांव में खुशी का माहौल है. रूसी हमलों के बीच यूक्रेन में फंसा इस गांव का छात्र अजय राज बंसल रविवार को अपने घर वापस लौट आया. अजय राज बंसल ने बताया कि वह यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए गया था. वह यूक्रेन के शहर कीव में था. जहां पर हालात काफी खराब हो गए हैं.
जब सबसे पहले ब्लास्ट की खबर सुनी तो हड़कंप मच गया. इसके बाद वह और उनके साथी स्टूडेंट काफी डर गए थे. उन्हें तुरंत बंकर में भेज दिया गया. उनका कहना है कि 3 से 4 दिन बंकर में गुजारने पड़े. उन्हें बाहर जाने से मना किया गया था. इसके बाद वहां से निकलकर उन्हें कई किलो मीटर पैदल चलना पड़ा.
इसे भी पढ़ें: द्वारका का ऐसा पार्क, जहां पहुंच कर लोगों को मिलता है सुकून
उन्होंने बताया कि काफी धक्का-मुक्की होने के बाद ट्रेन में बैठना संभव हो पाया, लेकिन वहां से 12 किलो मीटर बस का सफर करना पड़ा. जैसे-तैसे बस के सफर के बाद फिर पैदल चलना पड़ा. उसके बाद भारतीय एंबेसी की मदद से बॉर्डर पर पहुंचकर एयरपोर्ट तक पहुंच पाए. उन्होंने भारतीय एम्बेसी के बारे में कहा कि खाने-पीने की व्यवस्था की गई थी. जिसके लिए वह सरकार और भारतीय एंबेसी का भी धन्यवाद करते हैं. अजय राज बंसल ने कहा कि उन्हें बाकी स्टूडेंट की भी चिंता है. उम्मीद है कि भारत सरकार जल्द से जल्द उन स्टूडेंट्स को भी भारत ले आएगी.