नई दिल्ली/गाजियाबाद : कोरोना के बढ़ते संकट के बीच दूसरे राज्यों की तरह यूपी बोर्ड परीक्षाओं की तारीखें भी आगे बढ़ गई हैं. ऐसे में छात्रों को अपनी पढ़ाई का डर एक बार फिर सताने लगा है.
हम जानते हैं कि बीता साल छात्रों के लिए काफी मुश्किल भरा साबित हुआ. ऑनलाइन स्टडी के संसाधनों की कमी के कारण कई छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई. वहीं अब एक बार फिर कोरोना खतरे के बीच बढ़ती सख्ती देखकर 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स काफी परेशान हैं. ईटीवी भारत ने कुछ स्टूडेंट्स से बात कर उनका दर्द समझने की कोशिश की.
ये भी पढ़ें : दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू, मॉल, जिम, थियेटर, स्पा अगले आदेश तक बंद
12वीं क्लास की अदिति का कमजोर होता आत्मविश्वास
गाजियाबाद की रहने वाली 12वीं की छात्रा अदिति पांडे महीनों से बोर्ड परीक्षा की तैयारी में जुटी हुई थी लेकिन जब पता चला कि कोरोना के चलते यूपी बोर्ड परीक्षाएं स्थगित हो गई है तो अदिति को धक्का लगा. उन्होंने बताया कि परीक्षाओं की तारीख आगे खिसकने से उनका मनोबल कमजोर होता जा रहा है.
दसवीं के स्टूडेंट्स का भी बुरा हाल
वहीं 10वीं के छात्र रिंकू और नवीन ने कमोबेश इनहीं हालातों का जिक्र किया. दोनों ने बताया कि परीक्षा की तारीख आगे बढ़ने से उनका कॉन्फिडेंस लेवल कम हो रहा है और वह पढ़ाई में मन नहीं लगा पा रहे हैं.
ये भी पढ़ें : तिहाड़ जेल: कोविड में पैरोल/जमानत पर जेल से निकले हजारों कैदी लापता