नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जिला प्रशासन और पुलिस शांति व्यवस्था कायम करने के लिए गंभीर है. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो डालकर शांति व्यवस्था भंग करने वाले लोगों को बहुत भारी पड़ेगा.
आपसी मसले सुलझाना चाहते थे लोग
गाजियाबाद के डासना स्थित देवी माता मंदिर में रविवार को 100-150 लोग इकट्ठे हुए थे. वे लोग आपसी विवाद को सुलझाने के मकसद से बातचीत करने के लिए इकट्ठा हुए थे. बातचीत से कोई आखिरी नतीजा नहीं निकला और सब लोग वहां से बाहर निकलने लगे.
बाहर रास्ते में कुछ असामाजिक तत्वों ने दो वाहनों के शीशे तोड़कर नुकसान कर दिया था. पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर फौरन भीड़ को तितर-बितर कर दिया.
छानबीन में जुटी पुलिस
घटना के बारे में थाना मसूरी में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. घटना से संबंधित पुलिस ने सभी वीडियोज इकट्ठी कर ली हैं. उन वीडियोज के मुताबिक पुलिस असामाजिक तत्वों को खोज रही है.
इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना को लेकर तीन विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं. वे टीमें वीडियो में सम्मिलित असामाजिक तत्वों की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि सोशल मीडिया पर इसी तरह की घटना को लेकर एक वीडियो वायरल हो रही है. वह वीडियो इस जिले की नहीं है.
'शांति के लिए प्रशासन है संकल्पित'
डीएम अजय शंकर पांडे और एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने पूरे जिले के लोगों से आग्रह करते हुए सावधान किया. उन्होंने कहा कि जिले में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन तंत्र संकल्पित है.
'उल्लंघन करने पर होगी कड़ी कार्रवाई'
अगर कोई भी असामाजिक तत्व सोशल मीडिया के जरिए शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश करेगा. ऐसे मामले में जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन जरिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
दोनों अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के जरिए लगातार नजर बनाए हुए है. जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू है. अगर कहीं पर भी इसका उल्लंघन किया जाता है तो जिला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा.