नई दिल्ली/गाजियाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण संपूर्ण भारत देश में किया गया लाॅकडाउन काफी परेशानियां लेकर आया है, लेकिन इन परेशानियों के बीच भी लाखों हाथ सरकार के सहयोग और गरीब मजदूरों की सहायता करने के लिए आगे आ रहे हैं. उन्हीं लाखों हाथों में से एक है मानव सेवा समिति ऑडिनेंस फैक्ट्री, जो लाॅकडाउन के पहले दिन से लगातार गरीब मजदूरों के घर 2 वक्त का खाना पहुंचा रहे हैं.
इंसानियत की मिसाल
मानव सेवा समिति के सदस्य सोनी पंडित ने मानवता की एक अनोखी मिसाल पेश की है. जिसकी चर्चा पूरे मुरादनगर क्षेत्र में हो रही है. मानव सेवा समिति आर्डिनेस फैक्ट्री के सदस्य सोनी पंडित के घर में उनकी दादी के निधन के बावजूद वो भरी दोपहरी में मजदूरों को खाना बांटने के लिए आए.
ईटीवी भारत को मानव सेवा समिति ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के सदस्य सोनी पंडित ने बताया कि उनकी दादी के निधन की वजह से गरीब मजदूरों में खाना बांटने में थोड़ा लेट हो गया, जिसका उन्हें दुख है.
'गरीबों को खाना खिलाना पहला कर्तव्य'
सोनी पंडित ने बताया कि उनकी दादी की उम्र 82 साल थी, जिनका निधन हो गया. लेकिन गरीब मजदूरों को खाना खिलाने उनका पहला कर्तव्य है. दादी की मौत हो जाना परमात्मा को मंजूर था, लेकिन गरीब मजदूरों को खाना खिलाना उनका कर्तव्य है.