नई दिल्ली/गाजियाबाद : देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर बढ़ रहा है. यूपी में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक से दहशत है. गाजियाबाद में अभी तक Omicron के दो मामले (Two cases of Omicron in Ghaziabad) सामने आ चुके हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर यूपी सरकार अलर्ट मोड पर है. उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में सीरो सर्वे कराया जा रहा है. बलिया, संभल, कुशीनगर, शाहजहांपुर और गाजियाबाद में सीरो सर्वे कराया (Sero survey in Ballia Sambhal Kushinagar Shahjahanpur and Ghaziabad) जा रहा है.
गाजियाबाद में बुधवार से सिरो सर्वे शुरू (sero survey in ghaziabad) हो जाएगा, जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. गाजियाबाद के जिला सर्वेलांस अधिकारी डॉ आरके गुप्ता ने बताया 22 दिसंबर से सीरो सर्वे शुरू किया जाएगा. यह पांच दिन यानी 27 दिसंबर तक जारी रहेगा. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पांच जिलों में सीरो सर्वे कराया जा रहा है. जिसमें गाजियाबाद भी शामिल है. जिले में सीरो सर्वे कराने के लिए 20 टीमों का गठन किया गया है.
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ये टीम 20 विभिन्न क्षेत्रों से लोगों का सैंपल इकट्ठा करेंगे. एक स्थान से 32 लोगों का सैंपल लिया जाएगा. 32 लोगों में 24 व्यस्क (12 पुरुष, 12 महिलाएं) हैं. आठ बच्चों (5-17 साल उम्र) का सैम्पल लिया जाएगा. सीरो सर्वे के माध्यम से सैम्पल संग्रह किए जाएंगे. इसके बाद लैब में खून की जांच कर उनमें एंटीबॉडी का अध्ययन किया जाएगा. अध्ययन में यह पता चलेगा कि किस इलाके में, कितनी आबादी संक्रमित हो चुकी है और उनमें एन्टीबॉडी बन चुकी है या नहीं.
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जिन इलाकों के लोगों में एंटीबॉडी में कमी पाई जाएगी, वहां संक्रमण का खतरा अधिक रहेगा. गाज़ियाबाद में ओमीक्रोन के दो मामले सामने आ चुके हैं. कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग (Ghaziabad Health Department) अलर्ट पर है. स्वास्थ विभाग ने ओमीक्रोन से बचाव को लेकर तैयारियां काफी पहले ही शुरू कर दी थी.
क्या और क्याें हाेता है सीराे सर्वे
सीरो सर्वे को सीरो स्टडीज कहा जाता है. ये पता लगाया जाता है कि कितनी जनसंख्या कोरोना से संक्रमित हुई है और कितने लोग इससे ठीक हो गए हैं. इसमें व्यक्ति के शरीर में खास संक्रमण के खिलाफ बनने वाले एंटीबॉडीज की मौजूदगी का पता लगाया जाता है. ह्यूमन बॉडी में दो तरह की एंटीबॉडीज बनती हैं, जिनमें आईजीएम और आईजीजी शामिल हैं. ये दोनों ही संक्रमण के खिलाफ काम करते हैं. सीरो सर्वे दो चीजें दर्शाता है, पहली कि कितनी फीसदी जनसंख्या वायरस की चपेट में आई है और कौन से ग्रुप में वायरस के लक्षण ज्यादा पाए गए हैं.