नई दिल्ली/गाजियाबाद: बीती 27 जुलाई को जिस महिला की लाश सूटकेस में मिली थी, उस मामले में कल नया मोड़ आ गया था. मामले की जांच पुलिस ने दोबारा से शुरू कर दी है. मामले में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और महिला की पहचान की कोशिश की जा रही है.
परिवार ने दी झूठी जानकारी
पुलिस का कहना है कि 28 जुलाई को अलीगढ़ का एक परिवार गाजियाबाद आया था, जिन्होंने गलत सूचना पुलिस को दी थी. परिवार ने बताया था कि सूटकेस में मिली लाश उनकी बेटी वरीशा की है. लेकिन बुलंदशहर पुलिस से जानकारी मिली है कि वरीशा जिंदा है. वरीशा ने खुद इस बात की जानकारी पुलिस को दी है. गाजियाबाद पुलिस अब इस तथ्य पर भी जांच कर रही है कि वरीशा के परिवार ने क्यों गलत जानकारी पुलिस को देते हुए, सूटकेस में मिली लाश का अंतिम संस्कार किया था. साथ ही पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि सूटकेस में मिली लाश की पहचान हो पाए.
परिवार पर हो सकता मुकदमा
वरीशा के जिंदा होते हुए भी सूटकेस वाली लाश को वरीशा के परिवार ने अपनी बेटी की लाश बताया. वरीशा जिंदा लौट आई है. माना जा रहा है कि वरीशा के परिवार पर गलत जानकारी देने का मुकदमा दर्ज किया जा सकता है. उनसे पूछताछ भी हो सकती है कि उन्होंने सूटकेस वाली लाश को अपनी बेटी की लाश क्यों बताया.
देखना ये होगा कि कब तक सूटकेस में मिली लाश की पुलिस पहचान कर पाती है. क्योंकि मामले में हुई चूक की वजह से अब तक सूटकेस में मिली युवती की लाश का सुराग काफी दूर चला गया है. सबसे पहले उस महिला की पहचान जरूरी है, और उसके बाद हत्यारों तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ा टारगेट है.