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गाजियाबाद: रात होते ही शराबियों का अड्डा बन जाता है यह सरकारी स्कूल!

गाजियाबाद जिला मुख्यालय से थोड़ी दूर ही एक प्राथमिक विद्यालय की हालत बेहद खराब है. हालत ये है कि सुबह तो स्कूल में पढ़ाई होती है और शाम ढलते ही यहां पर शराबियों का अड्डा बन जाता है.

school in ghaziabad became the home of alcoholics
स्कूल शाम ढलते ही बन जाता है शराबियों का अड्‌डा
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Published : Feb 16, 2020, 1:43 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: योगी सरकार दावा करती है कि पिछली सरकारों के मुकाबले इस सरकार में सरकारी स्कूल की हालत में सुधार आया है लेकिन गाजियाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय की बात करें तो यहां हालात बद से बदतर नजर आते हैं.

स्कूल शाम ढलते ही बन जाता है शराबियों का अड्‌डा

ईटीवी भारत की टीम प्राथमिक विद्यालय सदरपुर नंबर-1 और नगर क्षेत्र गाजियाबाद पहुंची. गाजियाबाद जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय की हालत काफी खराब नजर आई. प्राथमिक विद्यालय का मुख्य द्वार का गेट टूटा हुआ था, साथ ही स्कूल के अंदर नाली का पानी भरा था.

बच्चों को फेंकनी पड़ती है शराब की बोतलें!

जब इलाके के स्थानीय लोगों से बातचीत की गई तो लोगों ने बताया कि दिन में तो स्कूल में पढ़ाई होती है, लेकिन शाम ढलते ही ये स्कूल शराबियों का अड्डा बन जाता है, हालत यह है कि शराब की खाली बोतलें सुबह पढ़ाई शुरू करने से पहले स्कूल के बच्चों को वहां से फेंकनी पड़ती हैं.

टूटी हुई हैं स्कूल की दीवारें

दरअसल स्कूल का मेन गेट टूटा हुआ है और स्कूल परिसर की पीछे की दीवारें भी टूटी हुई है, जिससे की आसपास के खेतों से आवारा जानवरों के आने का स्कूल में हमेशा खतरा बना रहता. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र ने बताया कि स्कूल की सफाई भी छात्र समय-समय पर करते हैं या फिर अध्यापकों को करनी पड़ती है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: योगी सरकार दावा करती है कि पिछली सरकारों के मुकाबले इस सरकार में सरकारी स्कूल की हालत में सुधार आया है लेकिन गाजियाबाद के एक प्राथमिक विद्यालय की बात करें तो यहां हालात बद से बदतर नजर आते हैं.

स्कूल शाम ढलते ही बन जाता है शराबियों का अड्‌डा

ईटीवी भारत की टीम प्राथमिक विद्यालय सदरपुर नंबर-1 और नगर क्षेत्र गाजियाबाद पहुंची. गाजियाबाद जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय की हालत काफी खराब नजर आई. प्राथमिक विद्यालय का मुख्य द्वार का गेट टूटा हुआ था, साथ ही स्कूल के अंदर नाली का पानी भरा था.

बच्चों को फेंकनी पड़ती है शराब की बोतलें!

जब इलाके के स्थानीय लोगों से बातचीत की गई तो लोगों ने बताया कि दिन में तो स्कूल में पढ़ाई होती है, लेकिन शाम ढलते ही ये स्कूल शराबियों का अड्डा बन जाता है, हालत यह है कि शराब की खाली बोतलें सुबह पढ़ाई शुरू करने से पहले स्कूल के बच्चों को वहां से फेंकनी पड़ती हैं.

टूटी हुई हैं स्कूल की दीवारें

दरअसल स्कूल का मेन गेट टूटा हुआ है और स्कूल परिसर की पीछे की दीवारें भी टूटी हुई है, जिससे की आसपास के खेतों से आवारा जानवरों के आने का स्कूल में हमेशा खतरा बना रहता. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र ने बताया कि स्कूल की सफाई भी छात्र समय-समय पर करते हैं या फिर अध्यापकों को करनी पड़ती है.

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