नई दिल्ली/गाजियाबाद: एनसीआर में होने वाला ज्यादातर क्राइम में एक पैटर्न देखा गया है. अकसर देखा जाता है कि बाइक सवार बदमाश तेज रफ्तार में आते हैं और बाइक पर पीछे बैठा बदमाश लूट करता है. इसके बाद दोनों बदमाश फरार हो जाते हैं, लेकिन लॉकडाउन में कोरोना वायरस को रोकने के लिए बनाए गए नियम ने इस तरह के अपराध पर भी रोक लगा दी है.
बाइक पर दो सवारी नहीं बैठने से रुका है क्राइम
गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि लॉकडाउन में दोपहिया वाहन को लेकर बदले नियमों की वजह से क्राइम रेट काफी कम हुआ है. उन्होंने बताया कि बाइक पर वारदात अंजाम देने वाले बदमाश ज्यादातर 2 की संख्या में होते हैं. अब इस समय दोपहिया वाहन पर दो सवारियों के बैठने पर पाबंदी है. ऐसे में चेन और मोबाइल लूट की वारदातें हैं पूरी तरह से खत्म हो चुकी हैं. ये भी लॉकडाउन का एक सकारात्मक असर है.
आए दिन होती थी वारदातें
लॉकडाउन से पहले देखा गया था कि आए दिन गाजियाबाद के अलग-अलग इलाकों से चेन स्नेचिंग और मोबाइल लूट की वारदातें होती रहती थीं. अकसर यह देखा जाता था कि दोपहिया वाहन पर दो बदमाश आते थे और तेज रफ्तार में महिलाओं से चेन लूटकर फरार हो जाते थे. इसी तरह से मोबाइल की लूट भी होती थी, लेकिन अब लॉकडाउन का नियम इन वारदातों में कमी आने की मुख्य वजह बन गया है.
कोरोना वायरस के चलते बनाया गया है नियम
इस खबर को सुनने के बाद ज्यादातर लोग चाहते हैं कि बाइक पर यह नया नियम हमेशा के लिए बना रहे. हालांकि, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह संक्रमण रोकने के लिए नियम बनाया गया है और सब कुछ सामान्य होने के बाद दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी स्थिति सामान्य होगी.