नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कार्यक्रम से पहले किसानों और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई. बताया जा रहा है कि झड़प में करीब आधा दर्जन से ज्यादा किसानों को गंभीर चोटें आई हैं, वहीं दो किसानों की मौत हो गई. पुलिस बवाल शांत करने में जुटी है. वहीं मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है.
संयुक्त किसान मोर्चा सीतापुर के संयोजक पिंदर सिंह सिद्धू ने बताया चार किसानों की मौत हो गई है. इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. वहीं मामले में किसान नेता राकेश टिकैत ने भी बयान जारी किया है.
राकेश टिकैत ने कहा 'लखीमपुर खीरी में हुई घटना बहुत ही दुखद है. इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है. किसान आंदोलन को दबाने के लिए सरकार किस हद तक गिर सकती है. सरकार और सरकार में बैठे लोगों ने आज फिर बता दिया, लेकिन सरकार भूल रही है कि अपने हक के लिए हम मुगलों और फिरंगियों के आगे भी नहीं झुके. सरकार किसान के र्धर्य की और परीक्षा न ले'.
टिकैत ने कहा किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है. सरकार होश में आए और किसानों के हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करे. किसानों से अपील है कि शांति बनाएं रखें, जीत किसानों की ही होगी. सरकार होश में ना आई तो भाजपा के एक भी नेता को घर से नहीं निकलने दिया जाएगा.
वहीं टिकैत ने ट्वीट कर लिखा, लखीमपुर खीरी नरसंहार में दोषी अजय टेनी व उसका बेटा मोनू टेनी 8 हत्याओं का दोषी है, साज़िश में शामिल केन्द्रीय राज्यमंत्री को तुरंत बर्खास्त कर बेटे सहित गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए.