नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपने वोट बैंक बढ़ाने के लिए सम्मेलनों का आयोजन कर रही हैं. इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कर वोट बैंक मजबूत करने की कवायद कर रही है. बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा आज गाजियाबाद पहुंच कर प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में शामिल हुए.
राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा 2007 से 2012 तक बहन मायावती की सरकार में ब्राह्मणों को सम्मान दिया जाता था. 2022 में मायावती की सरकार बनने के बाद ब्राह्मणों को फिर से सम्मान मिलेगा. भाजपा सरकार के साढ़े चार सालों के कार्यकाल में ब्राह्मणों को प्रताड़ित किया गया है. अब वक्त आ गया है कि ब्राह्मणों को अपमानित करने वालों को करारा जवाब दिया जाए. उत्तर प्रदेश आज एक ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां दलित और ब्राह्मणों का खुलेआम विरोध किया जा रहा है. ब्राह्मणों को खुलेआम गोली मारी जा रही है. कानपुर के बिकरु कांड समेत समूचे प्रदेश में ब्राह्मणों को चुन चुन कर शोषण किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-यूपी : मायावती इस ब्राह्मण नेता को बना सकती हैं सीएम पद का उम्मीदवार
सतीश मिश्रा ने कहा उत्तर प्रदेश गवाह है कि किस तरह से 2007 में ब्राह्मण समाज भाईचारा बनाते हुए बहुजन समाज पार्टी के साथ खड़ा हुआ था. आज एक बार फिर ब्राह्मण समाज मजबूती के साथ बहुजन समाज पार्टी के साथ खड़ा हो रहा है और एक बार फिर उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है. पार्टी विधानसभा चुनाव में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. बसपा अपने दम पर प्रदेश में सरकार बनाएगी. बहुजन समाज पार्टी प्रदेश में केवल जनता के साथ गठबंधन करेगी.
ये भी पढ़ें-टिकट के लिए BSP में चले लाठी-डंडे, सभा किये बिना ही वापस हो गए सतीश मिश्रा
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने 2007 के विधानसभा चुनाव में सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला दिया था और इसी फार्मूले के तहत ब्राह्मण-दलित के सहारे सरकार बनाने में बसपा सफल हुई थी. ऐसे में अब सोशल इंजरिंग के रहे मायावती सतीश चंद्र मिश्रा को आगे कर ब्राह्मणों को साधने में जुटी हुई हैं.
ये भी पढ़ें-बीजेपी और कांग्रेस एक ही सिक्के के पहलू: सतीश चंद्र मिश्रा