नई दिल्ली/गाजियाबादः आमतौर पर सुना होगा कि लोग जेल जाने से डरते हैं, लेकिन गाजियाबाद की डासना जेल (Ghaziabad Dasna Jail) में बंद चार कैदी (Prisoners) ऐसे हैं, जो जेल से रिहा होने से डर रहे हैं. डासना जेल (Dasna Jail) के अधिकारियों का कहना है कि जेल में चार बंदी ऐसे हैं, जिनको पेरोल या जमानत पर बाहर जाने का अवसर मिल रहा है, लेकिन उन्होंने जेल से रिहा होने से इनकार कर दिया है.
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कोरोना की वजह से बाहर जाने से डर रहे हैं कैदी
डासना जेल (Dasna Jail) के जेलर आलोक सिंह (Jailer Alok Singh) ने बताया कि ये कैदी कोरोना काल (Corona era) में बाहर के हालातों को लेकर डरे हुए हैं, इसलिए जेल से रिहा नहीं होना चाहते हैं. हालांकि, इससे पहले इसी जेल से 750 विचाराधीन बंदियों और 54 सजायाफ्ता कैदियों की रिहाई जमानत या पेरोल पर की जा चुकी है. बता दें कि गाजियाबाद की डासना (Ghaziabad Dasna Jail) जेल में क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार सात साल से कम सजा वाले केस में बंद कैदियों को पैरोल या ज़मानत पर रिहा करने का प्रावधान रखा गया था.
जेल में सभी तरह की स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था
डासना जेल ( Dasna Jail) में कोरोना काल (Corona era) के दौरान सभी तरह के स्वास्थ्य संबंधी इंतजाम किए गए हैं. कैदियों के लिए जेल के भीतर ही अस्पताल की व्यवस्था भी है. अभी तक जेल के भीतर से कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है. जेल के भीतर, जब अखबार पहुंचता है, तो उसे पढ़कर कैदियों को पता चल जाता है कि बाहर की स्थिति क्या है. कैदियों ने खुद अधिकारियों को बताया है कि बाहर अस्पताल और ऑक्सीजन की कमी के बारे में वे जानते हैं, इसलिए उन्हें जेल ही बेहतर जगह नजर आ रही है. वहीं, जेल में बंद इन्हीं चार कैदियों में से एक ने बताया कि वो जेल से बाहर नहीं जाना चाहता है, क्योंकि कोरोना काल में बाहर के हालातों को लेकर डर बना हुआ है.