नई दिल्ली/गाजियाबाद: शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करना लोगों का मौलिक अधिकार है. इसी को मद्देनजर रखते हुए कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन करने के लिए स्थान चिन्हित किया गया है. हर रोज कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करने के लिए लोग आते हैं. जिसके बाद प्रशानिक अधिकरियों को ज्ञापन सौंपते हैं.
गाजियाबाद डीएम की पहल
गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे द्वारा एक सर्वे कराया गया जिसके मुताबिक, पिछले 3 महीनों में 27 धरने-प्रदर्शन विभिन्न आरडब्ल्यूए, किसानों, औद्योगिक इकाइयों, पेरेंट्स एसोसिएशन आदि द्वारा किए गए. जिलाधिकारी ने अब एक नई पहल करते हुए धरने को कानूनी एवं सामाजिक ढांचे से शुरू कराने का निर्णय लिया है.
जो भी लोग या संगठन धरने आदि करने आते हैं, वे अपने अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन नई पहल के तहत अब धरने स्थल पर लोगों को उनके मूल कर्तव्य की याद दिलाने का निर्णय जिला प्रशासन ने लिया है.
ये भी पढ़ें:-पुलिस हिरासत में दिशा रवि को मां और वकील से बात करने की मिली अनुमति
मौलिक कर्तव्य की याद दिलाना उद्देश्य
कलेक्ट्रेट स्थित धरना स्थल पर लोगों को उनके मौलिक कर्तव्यों का उल्लेख करते हुए दो साइन बोर्ड लगवाए गए हैं. इसका उद्देश्य लोगों को उनके मौलिक कर्तव्य की याद दिलाना है. यह भी निर्णय लिया गया है कि जो भी ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में प्राप्त कराया जाएगा ज्ञापन देने वालों को जिला प्रशासन की ओर से मौलिक कर्तव्यों का संविधान प्रदत्त पत्र भी प्रदान किया जाएगा.