नई दिल्ली/गाजियाबाद: आज वर्ल्ड फोटोग्राफी डे है. दुनिया भर के फोटोग्राफर इस दिन को सेलिब्रेट करते हैं. हर साल 19 अगस्त को वर्ल्ड फोटोग्राफी डे बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. वर्ल्ड फोटोग्राफी डे उन सभी फोटोग्राफर्स को समर्पित है. जिन्होंने अपनी कला से दुनिया की खूबसूरती को कैमरे में कैद किया है.
लेकिन इस बार फोटोग्राफर इस दिन खुशी मनाने के बजाय कोरोना महामारी की वजह से रोजगार ना होने से उदास बैठे हुए हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने फोटोग्राफरों से की खास बातचीत.
कोरोना महामारी से ठप पड़ा कारोबार
28 साल से फोटोग्राफी का काम करने वाले सनी स्टूडियो के मालिक दिनेश कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना महामारी की वजह से उनके काम पर काफी फर्क पड़ गया है. क्योंकि शादी कार्यक्रम और स्कूल बंद है. जिनसे ही उनका रोजगार चलता था, लेकिन अब उनका काम बिल्कुल मंदा पड़ गया है. दिनेश कुमार का कहना है कि अब फोटोग्राफी का काम ना होने की वजह से उन्होंने जो पहले अपनी शेविंग बचा कर रखी हुई थी. उससे ही खर्चा चला रहे हैं. इसके साथ ही फोटो स्टूडियो में उन्होंने गिफ्ट आइटम भी रखे हुए हैं. जिससे उनको दिन में घर का गुजारा करने के लायक थोड़ी कमाई हो जाती है.
मजबूरी में फोटोग्राफरों ने बदले रोजगार
12 साल से मुरादनगर में सरगम फोटो स्टूडियो चला रहे है. फोटोग्राफर राज ने बताया कि इस बार कोरोना काल में शादी कार्यक्रम और स्कूल, कालेज बंद है. ऐसे में उनका काम बिल्कुल बंद पड़ा है. हालात इतने खराब है कि उनको दुकान का किराया भी घर से ही देना पड़ रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कोरोना काल में फोटोग्राफरों के पास रोजगार ना होने की वजह से आधे फोटोग्राफर ने तो अपना रोजगार भी बदल लिया है.
ऐसे में आज वर्ल्ड फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर वह सरकार से फोटोग्राफरों को लोन या किसी सरकारी विभाग में रोजगार देने की गुहार लगा रहे हैं