नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोविड-19 वैश्विक महामारी को लेकर उत्तर प्रदेश शासन से नामित नोडल अधिकारी डॉक्टर ने प्रबंधक निदेशक राज्य विद्युत उत्पादन निगम द्वारा जिला मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान नोडल अधिकारी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के बचाव, रोकथाम और उपचार को लेकर जिला प्रशासन द्वारा की गई तमाम व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा.
गाजियाबाद कोविड-19 के संक्रमण से अधिक प्रभावित जिला है. गाजियाबाद में स्थापित कोविड-19 अस्पतालों व इमरजेंसी सेवाओं के लिए स्थापित नॉन कोविड-19 अस्पतालों और इस से संबंधित मेडिकल व्यवस्थाओं की नोडल अधिकारी द्वारा समीक्षा की गई. उन्होंने बैठक में संबंधित अधिकारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
नोडल अधिकारी ने कोविड-19 अस्पताल में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, पीपीई किट आदि की उपलब्धता की समीक्षा की. उन्होंने कोविड-19 अस्पताल में मैन पावर की उपलब्धता, प्रशिक्षण की स्थिति, इलेक्ट्रॉनिक कोविड केयर सपोर्ट के उपयोग और इनफेक्शन प्रीवेंशन के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली.
नोडल अधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि कोविड-19 को सर्विलांस, जांच, रोगियों के लिए परिवहन और त्वरित इलाज प्रबंध का सुनिश्चित कराते रहे. जिससे कि किसी मरीज को समस्या का सामना न करना पड़े. वहीं करीब दो घंटे से अधिक चली बैठक में जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सहित अन्य जिला स्तर के अधिकारी मोजूद रहे.