नई दिल्ली/गाजियाबाद: पुरानी कहावत है कि जैसा खाये अन्न, वैसा बने मन. यहां मन का अभिप्राय सम्पूर्ण स्वास्थ्य से है. इसलिए एक व्यक्ति को क्या खाना चाहिए, कितना खाना चाहिए, कब खाना चाहिए, जानना ज़रूरी है क्योंकि स्वास्थ्य ही धन है. जब हमलोग स्वस्थ रहेंगे, तभी अपनी समस्त जिम्मेदारियों का सम्यक निर्वहन कर पाएंगे.
यशोदा अस्पताल की मुख्य आहार विशेषज्ञ डॉ भावना गर्ग ने बताया कि प्रोटीन स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. प्रोटीन अमीनो एसिड नामक रासायनिक 'बिल्डिंग ब्लॉक्स' से बने होते हैं. हमारा शरीर मांसपेशियों व हड्डियों के निर्माण और मरम्मत तथा हार्मोन एवं एंजाइम बनाने के लिए अमीनो एसिड का उपयोग करता है. इनका उपयोग ऊर्जा स्रोत के रूप में भी किया जा सकता है.
प्रोटीन के प्रत्येक ग्राम में 4 कैलोरी होती है. प्रोटीन शरीर के वजन का लगभग 15 प्रतिशत बनाता है. हमारी प्रोटीन की जरूरत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे हम अपनी दिनचर्या में क्या कुछ गतिविधियां करते हैं, आयु और स्वास्थ्य की स्थिति. एक स्वस्थ वयस्क के लिए औसतन 0.8-1 ग्राम प्रति किलोग्राम की आवश्यकता शरीर को होती है.
दरअसल, उच्च प्रोटीन आहार भूख को कम करता है, जिससे आपको कम कैलोरी खाने में मदद मिलती है. यह वजन को नियंत्रित करने वाले हार्मोन के बेहतर कार्य के कारण होता है. मांसपेशियों का निर्माण मुख्य रूप से प्रोटीन से होता है. प्रोटीन का सेवन आपको वजन घटाने के दौरान, मांसपेशियों के नुकसान को कम करते हुए मांसपेशियों और ताकत हासिल करने में मदद कर सकता है. जो लोग अधिक प्रोटीन खाते हैं, उनकी हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर होता है और ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का जोखिम बहुत कम होता है.
अपने प्रोटीन का सेवन बढ़ाने से न केवल आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है, बल्कि इसे लंबे समय तक दूर रखा जा सकता हौ और यदि आप घायल हो गए हैं तो आपको तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है. भरपूर प्रोटीन खाने से उम्र बढ़ने से जुड़ी मांसपेशियों के नुकसान को कम करने में मदद मिल सकती है, रेशेदार प्रोटीन आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों को संरचना, ताकत और लोच प्रदान करते हैं.
पढ़ें: नीति आयोग 'मोटापे' से चिंतित, अधिक चीनी, नमक, वसा वाले उत्पादों पर कर का प्रस्ताव
डॉ भावना गर्ग बताती हैं प्रोटीन को अपने आहार में प्रतिदिन अवश्य लेना चाहिए, क्योंकि यह लगातार टूटता है और प्रतिस्थापित हो जाता है. मानव शरीर प्रोटीन को स्टोर नहीं कर सकता है. अंडे, नट और बीज, चिकन, क्विनोआ, टूना, दूध और दूध उत्पाद, सोया, बीन्स और दालें प्रोटीन के कुछ स्रोत हैं.