नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर में शनिवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल (Uttar Pradesh Industry Trade Board) की कार्यकारिणी के सदस्यों की एक अहम मीटिंग हुई. इसमें जिले के पदाधिकारियों से विचार-विमर्श करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपने को बात तय हुई.
ये भी पढ़ें-Ghaziabad Corona Update: कैंप लगाकर ग्रामीणों की टेस्टिंग, ये भी कर रहे मदद
बर्बादी की कगार पर पहुंचे व्यापारी
लंबे समय के लॉकडाउन में व्यापारियों की हालत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. व्यापारियों को अपने कर्मचारियों को वेतन देने में भी कठिनाई हो रही है. वह घर के जरूरी खर्च भी पूरे नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में एक जून से सभी तरह के बाजारों को खोलने की सरकार से मांग करते हैं.
सरकार कर रही है व्यापारियों की उपेक्षा
शहजाद चौधरी का कहना है कि व्यापारी वर्ग हमेशा प्रदेश और समाज की सेवा करता है. इस लॉकडाउन में सभी वर्गों की सेवा और सहायता में कोई कमी नहीं की है. इसके बाद भी सरकार व्यापारियों की उपेक्षा करती है. बार-बार मांग करने पर भी मृतक व्यापारियों को कोई भी राहत नहीं दी गई. सरकारी कर्मचारी की कोविड से मृत्यु होने पर परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है, व्यापारियों को क्यों नहीं मिल रहा है.
सरकार से यह है मुख्य मांग:-
1- कोरोना काल में मृतक व्यापारियों को 10 लाख रुपये का आर्थिक मुआवजा तत्काल दिया जाए.
2- प्रदेश के बंद व्यवसायिक प्रतिष्ठानो के बिजली के बिल पूर्णता माफ किए जाएं.
3- सभी तरह के बाजार एक जून से पूर्ण रूप या समय अवधि के साथ खुलने चाहिए.
4- लॉकडाउन के समय में, जिन व्यापारियों पर अपने प्रतिष्ठान खोलने के नाम पर मुकदमे दर्ज किए गये हैं. वह तुरंत वापस हों.